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Tuesday, February 25, 2014

मैडम की ज़वानी चुदाई की दीवानी




तो उसने मुझसे पूछा- तुम्हारी कोई गर्लफ़्रेन्ड है?
मैंने ना में उत्तर दिया तो वो बोली- सच सच बताओ !
मैंने बता दिया- नहीं है, सच में !
तब वो बोली- तभी तुम मुझे इतनी प्यासी नज़र से देख रहे हो !
तब मैं तो पानी-पानी हो गया और मेरा लण्ड एकदम से बैठ गया। मैं बिल्कुल चुप हो गया।
तब सुमन बोली- अरे, क्या हुआ? तुम चुप क्यों हो गये?
मैंने बोला- कुछ नहीं !
तो बोली- हम अच्छे दोस्त हैं, मुझसे क्या शर्माना !
तब मेरा डर कुछ कम हुआ और मैं समझ गया कि आज इसका भी इरादा ठीक नहीं है।
तब मैं बोला- मैडम, आप इतनी सेक्सी और हॉट हो कि क्या करूँ, नज़र हटती ही नहीं।
तब वो बोली- कभी सेक्स किया है?
मैंने बता दिया- हाँ एक बार एक कालगर्ल के साथ किया था।
तो वो नाराज़ सी होकर बोली- ऐसे काम मत किया करो !तब मेरी भी हिम्मत बढ़ गई, मैंने उसकी चूचियों को अपने हाथ से सहलाते हुए कहा- मैडम आपकी ब्रेस्ट बहुत मस्त है।
तो वो बोली- यह क्या कर रहे हो?
तब मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसके बूब्स को दोनों हाथों से ज़ोर ज़ोर से सहलाना शुरू कर दिया। अब वो भी कुछ ज़्यादा हॉट होने लगी, फिर मैंने उसको अपनी बाहों में ले लिया और उसके पूरे बदन को सहलाने-चूमने लगा।
अब वो बिल्कुल गर्म हो गई थी, मैं उसको उसके बेडरूम में ले गया और उसकी चूचियों को बारी बारी अपने मुँह में लेकर चूसने लगा। वो आहह आहह की आवाज़ निकालने लगी, अब वो पूरी उत्तेजित हो चुकी थी, उसने मेरे लण्ड को पैंट के ऊपर से पकड़ा और मसलने लगी। फिर उसने मेरी पैंट उतारी और फिर सारे कपड़े निकाल कर मुझे बिल्कुल नंगा करके मेरे लण्ड को मुँह में लेने लगी।लेकिन मेरा लण्ड थोड़ा मोटा ज़्यादा है और लंबा भी, इसलिए मेरा लण्ड उसके मुँह में ठीक से नहीं जा रहा था। फिर मैंने उसको खड़ा किया और उसकी नाइट ड्रेस याही पज़ामा और टॉप उतार दिए, फिर उसके सारे बदन को अपने हाथों से सहलाया, चूमा। फिर मैंने उसको सीधा किया और उसकी टाँगें खोल कर उसकी चूत चाटने लगा, धीरे धीरे मैं अपनी जीभ अंदर डालने लगा, वो मेरे सिर को पकड़ कर अपनी चूत की तरफ खींचने लगी। थोड़ी देर बाद उसने पानी छोड़ दिया और बोली- अब मुझसे नहीं रहा जाता, अब जल्दी से अंदर डालो ! तब मैंने उसकी दोनों टांगों को खोल कर अपना लण्ड उसकी टाँगों के बीच रख कर डालने लगा लेकिन अंदर आसानी से नहीं जा रहा था। तब मैंने अपने लण्ड पर थूक लगाया और एक झटका लगाया तो मेरा आधा लण्ड अंदर चला गया और उसने ज़ोर से चीख मारी, बोली- आराम से ! फिर मैंने धीरे धीरे लण्ड को अंदर-बाहर करना शुरू किया और फिर एक ओर तेज़ी से झटका मारा और मेरा पूरा लण्ड अंदर चला गया, उसकी फिर से चीख निकली और मैं ऐसे ही उसके ऊपर लेटा रहा, फिर एक मिनट बाद मैंने झटके मारने शुरू किए। अब उसको भी मज़ा आने लगा और वो भी अपने चूतड़ उठा उठा कर मेरा साथ देने लगी। दस मिनट की चुदाई के बाद हम दोनों झड़ गये। उस दिन मैंने उसको तीन बार चोदा। कुछ देर हम चिपक कर लेटे रहे, फिर अपने आप ही बताने लगी- मैं शादी से पहले भी अपने बॉय फ़्रेंड से चुदी हूँ, अपने आदमी से भी लेकिन तुमसे जो मज़ा आया, वो कभी नहीं आया। उसके बाद मैंने उसको बहुत बार चोदा लेकिन फिर वे लोग बेंगलोर चले गये। अब उससे फोन पर तो बात होती है। बोल रही थी कि जब गुड़गाव आऊँगी तब तुमसे ज़रूर मिलूंगी। 

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