मैं खुशी खुशी बाईक उसके घर के अन्दर ले गया यही सोचकर शायद आज ये अपनी चूत दे दे, कॉंडम तो अब हर वक़्त वॉलेट मैं रहता ही है.
हम अब उसके घर के डोर पर खड़े थे, उसने डोर बेल बजाई. अन्दर से एक नौकरानी आई डोर ओपन करने. हम फिर अन्दर चले गए.
आंशिका: कैसा लगा घर?
मे: बहुत अछा है, तेरा बेडरूम कहाँ पर है?
आंशिका: ज़्यादा उछलो मत अभी सब दिखाउंगी .
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