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Tuesday, November 25, 2014

“आउच..जरा धीरे …..! “

नहीं बेटा, बुर को मत छुओ…यह पाप है….!”
लौड़े को चूतड़ों के बीच में दबाये रखा और आगे से बुर में बीच वाली अंगुली घुसेड़ दी। करीब 15-20 मिनट पहले दादाजी चोद कर गये थे और चूत गीली थी। मेरा मन झनझना गया था,

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