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Wednesday, September 23, 2015

माँ की भोसड़ी के अचार डाला

माँ की भोसड़ी के अचार डाला 

मेरे पापा का नाम विजय है और वो 43 साल के है. ये कहानी आज से 2 महीने पहले की है. मेरे घर में माँ पापा ग्राउंड फ्लोर पर रहते है और में फर्स्ट फ्लोर पर.. एक रात मुझे टॉयलेट लगी.. तो में ग्राउंड फ्लोर पर टॉयलेट करने आया और टॉयलेट ग्राउंड फ्लोर पर था. तब मुझे माँ पापा के कमरे से कुछ आवाज़ सुनाई दी. मैंने पास जाकर सुना.. तो वो माँ की सिसकारियों की आवाज़ थी. मुझे पता चल गया कि माँ पापा चुदाई कर रहे है.. मेरा लंड भी एकदम खड़ा हो गया और टाईट हो गया. मेरा मन उनकी चुदाई देखने का हुआ.. तो मैंने चुपके से खिड़की से देखा कि अंदर एक ज़ीरो वॉट का बल्ब जल रहा था और हल्की रोशनी थी.. पर देखने के लायक काफ़ी थी..

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