बहन की बुर की रस मिला पीनेको
अब में धीरे से निशा की नाईटी उठाने लगा. उसने लाल रंग की पारदर्शी पेंटी जो कि साईड से थ्रेड की थी. अब में धीरे से उसकी पेंटी के पास लेटा और उसकी पेंटी के ऊपर सूंघने लगा. अब मुझसे रहा नहीं गया और मैंने उसकी पेंटी पर एक हल्का सा किस कर दिया. अब मुझे नशे की वजह से कुछ समझ में नहीं आ रहा था. फिर मैंने धीरे से उसकी पेंटी के अंदर हाथ डाला और उसकी चूत को सहलाने लगा. फिर जैसे ही मैंने उसकी पेंटी में हाथ डाला तो वो थोड़ा हिली और उसके मुँह से आआआहह इसस्स्स्स हममममम्मम्म की आवाज़ आई. फिर मैंने धीरे से उसकी पेंटी उतारने की कोशिश की तो उसकी आँखें खुल गयी. अब मुझे उस समय बहुत डर लगा तो उसने देखते ही कहा भाई आप ये क्या कर रहे हो? तो मैंने कुछ नहीं बोला, तो वो हँसी और बोली भाई इसके लिए में कितने दिनों से इंतज़ार कर रही थी, लेकिन आपने कभी ऐसा किया ही नहीं था.
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