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Monday, October 19, 2015

लंड की प्यासी दोस्त की माँ

लंड की प्यासी दोस्त की माँ

वहाँ पर एक कंडोम पड़ा था, तो मैंने जानबूझ कर कहा ये कैसा गुब्बारा है. आंटी ने उसे देखा और देखती रह गई और बोली इसे फेंक दो, ये गंदी चीज़ है. मैंने कहा ये नई फैशन का गुब्बारा है कोई गंदी चीज़ नहीं है. उन्हें लगा कि मैंने कभी कंडोम नहीं देखा, तो वो कुछ नहीं बोली. में उस कंडोम को हाथ से खींचने लगा तो उन्होंने कहा इसे फेंक दो, तो मैंने कहा क्यों? तो वो धीरे से बोली ये कंडोम है. मैंने कहा ये क्या होता है? तो वो बोली बेटा में ये सब बाद में बता दूँगी, अभी इसे फेंक दो. मैंने वो फेंक दिया और हम घर आ गये.नेहा बेड पर सो रही थी और में और आंटी नीचे सो गये. मैंने आंटी से पूछा वो क्या था? तो वो कुछ नहीं बोली. मैंने ज़िद की प्लीज बताओ ना, तो वो बोली बेटा वो बच्चे नहीं होने के लिए उसका उपयोग होता है. मैंने कहा कैसे? तो वो कहने लगी मुझे नहीं पता.

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