Pages

Sunday, August 16, 2015

घर की रंडी बन गयी बहन

घर की रंडी बन गयी बहन 

मैने उससे कहा सच मे मुझे तेरे जैसी लड़की चाहिये उसने बात टाल दी और दूर जा कर बैठ गयी में हर रोज उसे फ्लेट पर लाने लगाभाई भाई करके उसके बदन से लिपट जाता फिर जब वो चली जाती तो उसके नाम की मूठ मार लेता मुझे अब वो बहुल अच्छी लगने लगी थी एक दिन वो शाम को फ्लेट पर आई रात के 8 बजे थे मैने उसे रात को रुकने को बोला थोड़ा मनाने के बाद वो मान गयी जैसे की में अकेला रहता था मेरे पास एक ही गद्दी थी. तो हम दोनो खाना खाकर उस गद्दी पर सो गये थोड़ी देर बाद वो मुझे बोली भाई मुझे तेरा हाथ दो नामेरे पास तकिया भी नही हैं तो मैने उसे मेरा हाथ दिया मेरा लंड खड़ा हो गया था.मैने फिर उसके साइड मे हो कर उसकी तरफ मुँह किया और उसे भी मेरी तरफ मुँह करके सोने के लिये बोला थोड़ी देर बाद मैने उसे छेड़ने के बहाने उसकी कमर पर हाथ रखा और गुदगुदी करने लगा. थोड़ी देर बाद उसकी सास फूलने लगी. मैने उसे ज़ोर से अपनी और खीचा और उसकी टी शर्ट मे पीछे से हाथ डालकर उसकी पीठ सहलाने लगा अब वो बड़ी गर्म हो चुकी थी मैने अब उसके ब्रा का हुक निकाल दिया था थोड़ी देर के बाद मैने उसे पेट के बल सुलाया और उसकी पीठ पर सोते हुये उसके बॉल्स दबा रहा था.

No comments:

Post a Comment