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Saturday, August 22, 2015

पडोसी आंटी की गांड और चूत की धुलाई

पडोसी आंटी की गांड और चूत की धुलाई 

एक दिन उसने मुझे आवाज़ दी और कहा कि कुछ देर के लिए मेरे घर आ जाओ और जब में उसके घर पर गया तो में उसके बूब्स को देखकर अपने होश खो बैठा. उसने एक लाल कलर का गाउन पहना था.. उसमे से उसकी गांड साफ साफ दिख रही थी और उसके बड़े बड़े बूब्स उस काली कलर की जालीदार ब्रा से बाहर आने को तैयार थे. में उनको देखकर एकदम चकित रह गया और फिर उसने मेरे हाथ को छुआ और कहा कि क्या घूर घूरकर देख रहे हो.. क्या खा ही जाओगे?  फिर में उस बेहोशी को तोड़कर अपने होश में आया तो उसने मुझसे कहा कि मेरे मोबाईल में रिंगटोन की आवाज़ बढ़ा दो.. जब भी किसी का फोन आता है तो मुझे मालूम नहीं पड़ता. तो में उसके थोड़ा करीब गया और बिल्कुल सटकर खड़ा हो गया और फिर उसको समझाने लगा.. उसके कामुक जिस्म के स्पर्श से मेरा लंड एकदम तनकर खड़ा हो चुका था.


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