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Tuesday, January 20, 2015

माँ बेटी की चुदाई


मैं झट से टूट पड़ा. वो बोली – आराम से मैने उनके पिंक निप्पल चुसे और उनकी सलवार का नाडा खोल दिया. उनकी गुलाबी चूत ने मुझे बावला कर दिया और मैने अपनी ऊँगली से उनकी चूत के दाने को मसलना शुरू कर दिया. मेरे ऐसा करते ही, वो तो जैसे पागल ही हो गयी और मेरे बालो को खीचने लगी. इतने में वो जोर-जोर से हिलने लगी. अपनी चूत को उछाल रही थी और अहहहः आआआआआ म्मम्मम्मम अह्हहहहः मेरे राजाआआआ आज कर दे मेरी तसल्ल्लीईईईइ अममममम ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह. इतना कहते ही, वो झड़ गयी. मैं उनकी चूत चाटने लगा. वो बोली – इतना सुख मुझे कभी तुम्हारे ससुर ने नहीं दिया. मैं ५ मिनट तक पम्मी की चूत चाटता रहा. वो फिर झड़ गयी. फिर मैने अपना लंड उनके मुह में दे दिया और वो भी किसी लोलीपोप की तरह चूसने लगी. मुझे भी पूरा मज़ा आ रहा था. पम्मी के लंड चूसते ही, मैं भी झड़ गया. पम्मी ने मेरा सारा माल पी लिया. वो बोली – मस्त स्वाद है तेरे माल का. तेरा लंड तो काफी स्ट्रोंग है. मैने कहा – आज से ये तेरे लिए और तेरी बेटी के लिए रहेगा.

पूरी कहानी पढ़ने के लिये क्लीक कीजिए

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