
माँ की चूत परीक्षण
मैंने दरवाजा बंद कर दिया है. किसी को पता नहीं चलेगा. मैं किसी से कुछ नहीं कहूँगा. तुम्हारी कसम और मज़ा भी आ जायेगा. प्लीज मना मत करो. मैंने फिर से उनको कहा – कहानी की तरह मज़ा करते है. मैंने अपना पायजामा खोल दिया और उनकी जांघो पर जा बैठा. उन्होंने मेरा लंड पकड़ लिया और मेरे लंड पर अपना हाथ फेरने लगी और बोली – प्रॉमिस करो, कि तुम ये बात किसी से नहीं कहोगे. मैंने कहा – प्रॉमिस और फिर उन्होंने अपने बदन से अपने सारे कपडे अलग कर दिए. मैंने कहा – आप जैसे बोलोगी, मैं वैसे ही करूँगा. उन्होंने कहा – वैसे ही करते जाओ, जैसे की कहानी में पढ़ा था.
पूरी कहानी पढ़ने के लिये क्लीक कीजिए
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