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Thursday, February 18, 2016

चूत की प्यास भी बुझी और कमाई भी मिली

चूत की प्यास भी बुझी और कमाई भी मिली 

मैंने हिम्मत करके उसे एक दिन प्रपोज कर दिया, तो उसने मना कर दिया. अब मेरा तो दिल ही टूट गया और अब में मुँह लटका कर मेट्रो स्टेशन पर बैठा था, तभी एक आवाज आई हैल्लो, वो बहुत सेक्सी आवाज थी. फिर मैंने अपना सिर उठाकर देखा तो मेरे देखते ही मेरा लंड उसे सलामी देने लगा, क्या माल थी? गुलाबी ड्रेस, नेट वाली ब्रा जिसमें से उसके बूब्स अभी बाहर निकलने को बेताब थे. अब मेरे मुँह में पानी आ गया और अब में तो खो गया था. तभी उसने दोबारा कहा कि हैल्लो, में होश में आया. फिर उसने कहा कि हैल्लो, तो मैंने उसे जवाब दिया कि हैल्लो, तो उसने कहा कि आई एम मीरा, तो मैंने कहा कि में दक्ष हूँ. फिर उसने कहा कि में आपको यहाँ रोज देखती थी, अब मेरी तो यह सुनकर लॉटरी लग गई थी. फिर मैंने कहा कि में भी आपको रोज देखता था. फिर उसने कहा कि में बच्चे को छोड़ने आती हूँ और पास ही में फ्लेट में रहती हूँ. अगर आप बुरा ना माने तो आप मेरे साथ कॉफी पीने चलेंगे. अब में तो ये सुनकर खुश हो गया, अब तो में चुदाई करना चाहता था. अब में खुशी-खुशी में उसके साथ चल दिया, अब में उसके साथ कार में बैठा था और उसने एक सेक्सी सी स्माइल देते हुए कोल्ड ड्रिंक ऑफर की तो में पीने लगा. फिर जब वो पीने लगी तो ड्रिंक उसके बूब्स पर गिर गई में खुश हो गया और उसके बूब्स को देखते हुए उसने मुझे देख लिया. उसने एक और सेक्सी स्माइल देते हुए कहा कि इसे साफ कर दो में ड्राइव कर रही हूँ. अब में टिश्यू पेपर लेकर साफ़ करने लगा तो उसने मुस्कुराते हुए कहा कि टिश्यू से नहीं अपनी जीभ से साफ़ करो तो में हैरान रह गया.

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