दिवाली पे पटाके की जगह आंटी की चूत फोड़ी
मेरी आंटी स्कूल में टीचर है, वो बहुत साधारण लगती थी, लेकिन उनकी गांड भरी हुई थी और चूचीयाँ भी बड़ी-बड़ी और भरी हुई थी. में छोटा होने के कारण उन्हें बहुत बार बाहों में भर लेता था और वो भी मुझे अपनी बाहों में ले लेती थी. ऐसे ही दो तीन दिन बीत गये. अब वो घर वापस जाने वाली थी, लेकिन उनका बेटा घर वापस जाने के लिए मना कर रहा था, मेरी आंटी के पति दिल्ली में जॉब करने के कारण कई साल घर से दूर ही रहते थे. अब तो मेरी आंटी अपने बेटे की वजह से वापस नहीं जा पा रही थी इसलिए उन्होंने मुझे उनके साथ घर चलने को कहा और दीवाली की छुट्टियां होने की वजह से मैंने भी हाँ कर दिया, वो ब्लॉक में रहती थी.
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