पहली बार था लेकिन ज्यादा मिला
एक दिन मेरी मम्मी ने मुझे मेरे मामा जी की लड़की को लेकर आने के लिए बोला. तो मैंने मामी जी को फोन करके अपने घर का सारा हाल बताया तो मामी जी ने भी अपनी लड़की को मेरे साथ भेजने के लिए हाँ कर दी और फिर अगले दिन में अपनी बाईक लेकर अपनी बहन को लेने अपने मामा जी के घर पर चला गया और शाम तक उसे अपने साथ लेकर वापस आ गया और उधर माँ के बारे में पता चलने पर मेरे पिता जी भी तब तक घर पर आ गये थे और तब हमारे घर की कुछ स्थिति सुधरी हुई नज़र आई और अब हम सब बहुत खुश लग रहे थे, लेकिन तीन कमरे होने की वजह से मम्मी, पापा एक कमरे में और हम तीनों भाई एक बेड पर और मामा की लड़की एक अलग चारपाई पर हमारे ही कमरे में सोती थी और फिर ऐसे ही दिन कट रहे थे.
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