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Thursday, November 5, 2015

प्यासी बुर की पुंगी बजायी

प्यासी बुर की पुंगी बजायी 

वो भी अब धीरे धीरे हॉट हो गई और मेरा साथ देने लगी फिर मैंने उसकी टी-शर्ट को उतार दिया, उसके बाद तो में बिल्कुल ही पागल हो गया क्योंकि अब मेरी नजरों के सामने दुनिया के सबसे सुंदर, सुडोल बूब्स थे और वो क्या मस्त थे? उसने गुलाबी कलर की ब्रा पहनी हुई थी और में ऊपर से ही उसे कस कसकर दबाने लगा और चूसने लगा. फिर मैंने उसकी ब्रा को एक झटके से पकड़कर खींचा और ब्रा का हुक तोड़ दिया.तो उसके बाद तो में बिल्कुल ही पागल ही हो गया. क्या मस्त बूब्स थे उसके एकदम गोरे गोरे और हल्की गुलाबी कलर की निप्पल, में तो पागल की तरह उसके बूब्स पर टूट पड़ा और चूमने, चूसने लगा तो वो भी धीरे धीरे पूरी तरह गरम हो चुकी थी और आहे भर रही थी और सिसकियाँ ले रही थी अह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह प्लीज आईईई थोड़ा धीरे करो. तो मैंने करीब दस मिनट तक उसके बूब्स को ज़ोर ज़ोर से दबा दबाकर चूसा और फिर मैंने अपना एक हाथ उसकी गरम चूत पर रख दिया और धीरे धीरे सहलाने, रगड़ने लगा वो भी पागलों की तरह आहें भर रही थी और अब वो पूरी तरह हॉट हो चुकी थी.



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