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Tuesday, February 17, 2015

फरेन में देसी चूत


फरेन में देसी चूत


मेरा काम हो चूका था. मैंने कपड़े पहने और डाईइंग रूम में चले गया. अब आगे एश्लिन आंटी की बात भी हिंदी में ही लिखूंगा. टेबल पर जाते ही, आंटी ने कहा – जब भी कुछ प्राइवेट काम करो, तो तुम्हे रूम को लॉक कर लेना चाहिए. मैंने कहा – आंटी ओके. आगे से ध्यान रखूँगा. फिर आंटी ने कहा – एमिली यहाँ नहीं है, तो तुम मेरा एक काम कर दोगे, प्लीज? मैंने कहा – हाँ, आप मुझे काम बता दो. उन्होंने कहा – तुम्हारे अंकल की देखभाल के लिए तुम रात को हमारे ही बेडरूम में सो जाना, जब तक एमिली वापस नहीं आती है. मैंने सोचा, ये बिल्ली के भाग से चिका टूट गया. तो मैंने उनको हाँ कर दी. उसी रात को हम डिनर करके बेडरूम में चले गये और आंटी हम दोनों के बीच में सोयी हुई थी. एक घंटे बाद, लगभग १२ बजे; मैंने देखा कि आंटी सो चुकी थी. मैंने थोड़ी सी हिम्मत करके आंटी के ब्रेअट्स पर हाथ रखा. वो सोई हुई थी और उन्हें पता नहीं चला. फिर मैंने उनके बूब्स थोड़े से दबाये और मेरा लंड अब खड़ा होने लगा था.

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