दिदी की बुर तमसा
अब दी पर इसका असर देखने को मिलने लगा.. दी की साँसें गहरी होने लग गई और वो धीरे धीरे से अंगड़ाई जैसे लेने लग गई..
मेरा यह फर्स्ट टाइम था जब मैं किसी लड़की के साथ सेक्स करने जा रहा था.. वो भी दी के साथ..
मेरी धड़कन बहुत तेज़ हो गई थी और साँसें भी ज़ोर ज़ोर से चलने लगी थी..
मैंने अपने हाथ अब दी के टॉप के अंदर घुसा दिया था और उनके बूब्स को कभी दबाता कभी सहलाता, कभी मसलता, लेकिन थोड़ी ही देर मे मैं कंट्रोल से बाहर हो गया और मैंने टॉप के नीचे से उनका बरमूडा और और पैंटी उतार दिया..
अब मैं उनकी योनि देखना चाहता था लेकिन कमरे मे अंधेरा होने के कारण मैं उनकी योनि के दर्शन नहीं कर सका.. लेकिन मैं अपने हाथ से उनकी योनि को सहलाने लग गया..
सहलाते सहलाते जब मैं एक उंगली योनि के अंदर डालना चाह रहा था तो उन्होंने ज़ोर से मेरा हाथ पकड़ कर रोक लिया..
मैंने अब उनका टॉप ऊपर की तरफ कर दिया और उनके बूब्स पर चुम्बन करते हुए उनकी चूची चूसने लग गया..
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