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Sunday, July 12, 2015

मेरी माँ की तड़पन

मेरी माँ की तड़पन 

रोज़ के तरह मैंने अपने लडको के लिया सुबह नाश्ता बनाया और उन्हें स्कूल के लिया रवाना क्या फिर में अपनी खिड़की पर बैठी कुछ सोच रहे थी , तभी मैंने निचे देखा के सड़क पर एक गन्दी से कुतिया भाग रहे है , उसके बड़े बड़े चुचिया इधर उधर झूल रहे हैं और उसके पीछे कई सारे कुत्ते भाग रहे हैं | एक कुत्ता तेज़ी से निकल कर उस कुतिया के पास पुच गया और एक झटके से के उसकी पीछे अपनी दो टांगो पर खड़ा होकर अपनी आगे वाली दो टाँगे उस कुतिया के पेट पर कस ली | फिर वो कुत्ता तेज़ी से अपनी कमर आगे पीछे चलने लगा और मैंने देखा के उसके टांगो के बीच में कुछ लाल लाल अंग कुतिया के यावनी के अंडर बहार जा रहा है | कुतिया बहुत बिल बिला रहे थी क्युकी कुत्ते ने कस के पकड़ रखा था तो वो भाग बी नहीं पा रहे थी | इतने देर में बाकी कुत्ते बी पुच गए और उन दोनों को चारो तरफ से घेर लिया | उनके टांगो के बीच बी उनका लाल उनग झूलने लगा | पहले कुत्ते ने उस कुतिया को करीब ५ मं तक छोड़ा | फिर जैसे ही वो कुतिया के ऊपर से उतरा , दुसरे कुत्ते ने जगह ले ली | कुतिया का बुरा हाल था |

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