Pages

Thursday, July 30, 2015

भाबी की सही चुदाई की रस्ते में

भाबी की सही चुदाई की रस्ते में

मैंने एक बार और हाथ रख दिया. उस टाइम उन्होंने मेरा हाथ नहीं हटाया. मेरा लंड खड़ा हो चूका था. उन्होंने नोटिस कर लिया था और ये भी जान चुकी थी, कि मैं सोया नहीं था. फिर उन्होंने अपने बेग से कम्बल निकाला और ओड कर मेरा हाथ अपने बूब्स पर ले लिया. उन्होंने ब्लाउज के पुरे हुक खोल दिए और अपने बूब्स को बाहर कर दिया. मुझे भी कम्बल में लेकर मेरे पेंट में हाथ डाल कर मेरे लंड को सहलाने लगी. मैंने भी उनकी ब्रा के हुक को खोल दिया और बूब्स से सैट से खेलने लगा. फिर मैंने धीरे से उनकी पेंटी में हाथ डाल के सहलाने लगा… क्या गरमी थी वहा..

No comments:

Post a Comment