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Sunday, July 5, 2015

प्यारी बहेन गुड़िया.


तो वो धीरे-धीरे उसके बूब्स की तरफ बड़े जा रहे थे और मेरे हाथ उसकी ब्रा को खोलने में लगे हुए थे. फिर मैंने उसकी ब्रा को पूरा ऊपर कर दिया और उसके दोनों बूब्स बाहर आ गये.. छोटे-छोटे बहुत ही नाज़ुक और बहुत ही मासूम लग रहे थे.. उन्हे देखते ही ना जाने मेरी आखों में जैसे चमक आ गई हो और मेरे होंठ उस तरफ दौड़ने लगे...............


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