Erotics Hindi Sex Stories,Adult Hindi Jokes, | kamuk kahaniya | उत्तेजक देसी आंटी भाभी की सेक्स स्टोरी | सेक्सी कहानी | कामुक कथा -गंदे जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड और चूत कहानियाँ | सेक्सी जोक्स | चुटकले |हिन्दी सेक्स स्टोरी | चूत की कहानियाँ |
Sunday, July 5, 2015
प्यारी बहेन गुड़िया.
तो वो धीरे-धीरे उसके बूब्स की तरफ बड़े जा रहे थे और मेरे हाथ उसकी ब्रा को खोलने में लगे हुए थे. फिर मैंने उसकी ब्रा को पूरा ऊपर कर दिया और उसके दोनों बूब्स बाहर आ गये.. छोटे-छोटे बहुत ही नाज़ुक और बहुत ही मासूम लग रहे थे.. उन्हे देखते ही ना जाने मेरी आखों में जैसे चमक आ गई हो और मेरे होंठ उस तरफ दौड़ने लगे...............
पुरे कहानी पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक कीजिय
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment