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Wednesday, July 29, 2015

लंड बनी हे सिर्फ चूत और गांड की चुदाई के लिए

लंड बनी हे सिर्फ चूत और गांड की चुदाई के लिए

ये सब करते हुए, कब फिल्म एंड ही आ गयी.. पता ही नहीं चला. फिर वो बोली – यहीं पास में मेरी एक आंटी रहती है. चलो मैं उनके यहाँ कुछ काम है. मैंने कहा – वो क्या बोलेंगी मुझे देख कर. वो बोली – कुछ नहीं बोलेंगी. आंटी काफी बुद्दी हो चुकी है ८० के आसपास की है. उनका बेटा अभी ऑफिस में होता है. उनके घर में कोई होगा भी नहीं अभी. उनको ठीक से दिखाई भी नहीं देता है. तुम चलो ना. तो मैं बस चुपचाप उसके पीछे चला गया ओके बोल कर. मैंने फिर बाइक स्टार्ट की और वो मुझ से चिपक कर बैठ गयी और रास्ता बताने लगी. थोड़ी ही देर बाद, हम उनके अपार्टमेंट के नीचे पहुचे. लिफ्ट से ऊपर गए और उसने बेल बजायी. आंटी ने डोर ओपन करने से पहले पूछा – कौन है? उसने बोला – मैं हु आंटी शिल्पा. तब उन्होंने डोर ओपन किया और पीछे मुद गयी. वो बोलने लगी – क्या बात है, आज आंटी की याद कैसे आ गयी? तो वो पीछे सेआंटी से लिपट गयी और बोली – आंटी मैं तो हर दिन याद करती हु. बट पढाई की वजह से टाइम नहीं मिलता.

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