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Thursday, March 24, 2016

कैसे कैसे चूत मिलते हे क्या बताऊँ यारों

कैसे कैसे चूत मिलते हे क्या बताऊँ यारों 

मेरी नजर दूसरी लड़की पर पड़ी, जो वहीँ भीड़ में खड़ी थी और बहुत थकी लग रही थी, जैसे शादी के फ्न्शन से आ रही हो. तब मौसम भी शादियों का चल रहा था. वो ऊपर हुक पकड़ कर खड़ी थी. उसके अंडरआर्म (बगल के बाल) दिख रही थी. दिखने में भी बड़ी मस्त थी. मन कर रहा था, कि जाके चोद दू. दिखने में हेरोएन जैसे थी. फिगर ३२-३०-३२ का होगा. फिर उसे मेरे पास थोड़ी जगह दिखाई दी, तो वो मेरे पास आकर खड़ी हो गयी और जहाँ मेरा हाथ रखा था. वो बहुत थकी हुई लग रही थी. जहाँ मेरे हाथ थे, वहां उसके बूब्स लग रहे थे. मैं तो बड़ा मस्त हुए जा रहा था. वो मेरे हाथ पर अपने बूब्स लगा रही थी. मुझे लगा, कि वो नीद में है. पर वो हिल – हिल कर एडजस्ट हो रही थी. मेरे हाथो में उसके बूब्स थे. पहले मैं डर रहा था. पर जब वो आँखे बंद करके एन्जॉय करने लगी, तो मैं भी आगे बड़ा और उसके बूब्स में ऊँगली करने लगा. वो भी मस्त मजे ले रही थी. उसने जीन्स और टीशर्ट पहनी हुई थी. मैं टीशर्ट के ऊपर से उसकी ब्रा खीचने लगा और उसकी ब्रा को साइड में कर दिया और अच्छे से चूची को दबाने लगा. बट एक ही बूब दबा पा रहा था. अब वो जरा दूसरी तरफ घूम गयी और मेरी तरफ अब उसकी पीठ आ गयी थी. मैंने आगे हाथ बढ़ा कर उसकी ब्रा का हुक खोल दिया. वो बड़ी मस्त हो रही थी. अभी उसकी ऐज शायद २१ इयर्स की होगी. उसने फिर मुझे मस्त होते हुए देखा, तो मैंने उसे आँख मार दी.

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