ये स्टोरी आज से कुछ दीन पहले की हे बात एसी हे की में रोज़ जब भी घर से निकल क्र अपने जॉब पर जाता हूँ. मेरे घर के थोडा फासले पर एक स्कूल हे वही मेरा रोज़ आना जाना रहता हे और जेसे ही में स्कूल के पास पहोंचता हूँ तो एक आंटी अपने चाइल्ड को स्कूल ड्राप करने आती हे और रोज़ रोज़ मेरा और उनका फेस देखते थे और वो अक्सर मुझे देख क्र स्माइल भी देती थी. वो स्कूटी पे आती थी और जब वो गाडी खड़ी करके अपने बच्चे को स्कूल में ले जाती तो में वही पर खड़े हो कर उनका वेट करता और कई दिन एसे ही गुज़र गए और मुझे आंटी की गांड देखने में बहोत मज़ा आता था. आंटी की गांड मस्त बड़ी थी थी और बूब्स भी बड़े बड़े थे. तो मेने उनको कई बार प्यासी नजरो से देखता था तो इसी लिए में उनको चोदने का प्लान बनाने लगा. और अब में रोज़ उनके आने से पहले ही स्कूल के पास पहोंच कर उनका वेट करता था और कई बार मेने उनसे बात करनी चाही लेकिन हिम्मत नहीं होती थी. फिर एक दिन में अच्छी तरह ड्रेसिंग मार के स्कूल के पास जाकर खड़ा हो गया और उनका वेट करने लगा. और जेसे ही आंटी आई तो मेने उनको घुर घुर कर देखने लगा वो अपने चाइल्ड को स्कूल में ड्राप करके वापस आई और अपनी स्कूटी स्टार्ट करने लगी लेकिन कई बार किक मारने के बाद भी स्टार्ट नहीं हो रही थी. फिर आंटी थक कर इधर उधर देखने लगी और फिर मुझे उन्होंने इशारा किया. में: क्या हुआ आंटी…?
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Wednesday, December 3, 2014
आधुनिक चाची की मस्त गांड
ये स्टोरी आज से कुछ दीन पहले की हे बात एसी हे की में रोज़ जब भी घर से निकल क्र अपने जॉब पर जाता हूँ. मेरे घर के थोडा फासले पर एक स्कूल हे वही मेरा रोज़ आना जाना रहता हे और जेसे ही में स्कूल के पास पहोंचता हूँ तो एक आंटी अपने चाइल्ड को स्कूल ड्राप करने आती हे और रोज़ रोज़ मेरा और उनका फेस देखते थे और वो अक्सर मुझे देख क्र स्माइल भी देती थी. वो स्कूटी पे आती थी और जब वो गाडी खड़ी करके अपने बच्चे को स्कूल में ले जाती तो में वही पर खड़े हो कर उनका वेट करता और कई दिन एसे ही गुज़र गए और मुझे आंटी की गांड देखने में बहोत मज़ा आता था. आंटी की गांड मस्त बड़ी थी थी और बूब्स भी बड़े बड़े थे. तो मेने उनको कई बार प्यासी नजरो से देखता था तो इसी लिए में उनको चोदने का प्लान बनाने लगा. और अब में रोज़ उनके आने से पहले ही स्कूल के पास पहोंच कर उनका वेट करता था और कई बार मेने उनसे बात करनी चाही लेकिन हिम्मत नहीं होती थी. फिर एक दिन में अच्छी तरह ड्रेसिंग मार के स्कूल के पास जाकर खड़ा हो गया और उनका वेट करने लगा. और जेसे ही आंटी आई तो मेने उनको घुर घुर कर देखने लगा वो अपने चाइल्ड को स्कूल में ड्राप करके वापस आई और अपनी स्कूटी स्टार्ट करने लगी लेकिन कई बार किक मारने के बाद भी स्टार्ट नहीं हो रही थी. फिर आंटी थक कर इधर उधर देखने लगी और फिर मुझे उन्होंने इशारा किया. में: क्या हुआ आंटी…?
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