Pages

Monday, December 8, 2014

सेक्सी कविता और उपदेश

सेक्सी कविता 

मोहिनी आओ खेलेंगे
नही आप हमको पेलेंगे
यही तो प्यारकी कसौटी है 
नही, मेरी  चुत बहुतछोटी  है
देख तेरे लिए दिल मुझे कितना प्यार  भरि है 
नही मुझे पता है  आपका बहुत देर से खडा है 
देख ये तेरा हुस्न  और निखार डेगा
जी नही ये मेरी चुत और गांड  दोनो  फाड़ देगा 

 बाबा  चोदोदास का उपदेश

तिन चीज़ जिंदगीमे नहीं मिलती
१ लंड
२. पहली चुदाई
 ३.जवानी

तिन चीज़ सोच कर उठाओ
१ लंड
२.हतौडा
३.दारू संग सोडा

तिन चीज़ सोच कर  करो 
१.पड़ोसन की चुदाई
 २.खेतमे खुदाई
३.दोस्तकी बिदाई

तिन चीज़ किसी इंतजार नहीं करती सोच कर उठाओ
१. रंडी की चूत
२.बिगाड़ा हुआ पूत
३.आता हुआ मूत

तिन चीज छोटी ना समाजो
१. सोया लंड
२. आती ठण्ड
३.म्यूच्यूअल फण्ड

तिन चीज हमेशा दर्द देती है 
१. कुंवारी चूत
२. डाकू की लूट
 ३.अटका हुँवा  मूत

तिन  चीज हमेशा खुस आपको रखेंगी
१.चोदने  की खुमारी
२.भोजन की तयारी
३. मेरी यारी

No comments:

Post a Comment