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Friday, December 5, 2014

मैडम के साथ फ़ोन सेक्स-19

अंशिका : हाय..क्या कर रहे हो.
मैं : मुठ मार रहा हूँ
अंशिका (गुस्से में) : तुम फिर शुरू हो गए..मैंने कहा था न की ये काम सिर्फ मेरे साथ करना, या सिर्फ मेरे सामने
मैं : यार, तुम्हारे सामने जो किया था उसे ही याद करके मेरा लंड तो अब पूरा दिन खड़ा रहता है, वो तुम्हारे फ़ोन ने सब गड़बड़ कर दिया
अंशिका : जो होता है अच्छे के लिए ही होता है
मैं : अच्छा सच बताना, उस दिन मैं अगर तुम्हे चोदने की जिद्द करता तो क्या तुम मुझे अपनी चूत मारने देती ?
अंशिका :ओहो…तुम्हारी सुई उसी दिन पर अटकी पड़ी है..मैंने तुमसे कल भी कहा था की सही समय और जगह मिलते ही मैं तुम्हे खुश कर दूंगी. और वो दिन और समय सही नहीं था

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