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Wednesday, December 10, 2014

चूत मानती ही नही


चूत मानती ही नही


दोस्तों, मेरा नाम निशा है और मै एक अंडरगारमेंट्स की दूकान चलाती हु |वैसे दूकान तो मेरी पति की है; लेकिन, वो सुबह खोलने और शाम को बंद करने के अलावा कुछ और काम नहीं करते है | सारा दिन इधर-उधर घूमते रहते है | जब मुझे इनकी लापरवाही का पता चला, तो मैने दूकान की सारी जिम्मेदारी खुद के ली | दूसरा मुझे फायदा था, आदमियों को उनके अंडरवेअर दिखाने के बहाने मुझे उनके लंडो को साइज़ पता चल जाता था | मै बहुत ठरकी औरत हु | मेरे पति के लंड ने अब खड़ा होना बंद कर दिया और वो अब मेरी प्यास नहीं बुझा पाते | १०-१५ दिन मे एक बार, वो सेक्स के लिए मानते है और उसमे भी १-२मिनट मे ही झड जाते और मै प्यासी रह जाती हु | मैने उसके लिए काफी दवाईया की; लेकिन, कोई फायदा नहीं हुआ | फिर, मैने उनपर मेहनत छोड़कर बाहर अपनी प्यास बुझाने का तरीका ढूँढना शुरू कर दिया | मैने दूकान मे, एक ट्रायल रूम बनवाया है | ताकि, अगर किसी को साइज़ का पता ना हूँ; तो वो रूम मे जाकर पहन कर देख सकता है | असल मे, मैने वहा पर कैमरे लगा रखे है | और मै बाद मे, लोगो के लंडो को देखती हु |एक बार एक आदमी आया और उसने मुझे अंडरवेअर माँगा और ट्राय करने चला गया |जाने से पहले वो मेरे चूचो को घूर रहा था | मै भी चुपचाप अपने कंप्यूटरपे देखने लगी | उसका लंड वाकई शानदार था | काला, मोटा और लम्बा; ९-१० इंच का रहा होगा |

पूरी कहानी पढ़ने के लिये क्लीक कीजिए

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