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Thursday, May 14, 2015

कुछ ऐसा हुआ जो नहीं होना चाहिये था

कुछ ऐसा हुआ जो नहीं होना चाहिये था 

हैल्लो दोस्तों मेरा नाम लक्की है। में बाईस साल का हूँ। में इसका बहुत बड़ा फेन हूँ। में बहुत दिनो से सोच रहा था कि अपनी कहानी आप लोगों के सामने रखूं लेकिन हिम्मत नहीं जुटा पा रहा था।
ये कहानी करीब साल भर पहले की है, जब मैने अपने दोस्त की गर्लफ्रेंड अंजली को चोदा था। में राँची झारखंड का रहने वाला हूँ और यहीं पर कॉलेज मे पढ़ाई कर रहा था और तभी मेरी दोस्ती राहुल से हुई थी।
अब हम दोनो बहुत अच्छे दोस्त हैं। अंजली पटना की रहने वाली थी। हमने फोन पर बहुत बातें की थी, लेकिन हमे कभी भी मिलने का मौका नहीं मिला था। लेकिन मैने उसकी एक फोटो देखी थी। अब में कुछ काम से पटना गया था। मेरा फ्लेट गाँधी मैदान के पास है। एक दिन मैने अंजली को देखा लेकिन मुझे विश्वास नहीं हुआ था इसीलिए मैने कन्फर्म करने की सोची थी। उस दिन बहुत ज़ोर की बारिश हो रही थी और वो छाता पकड़े ऑटो का वेट कर रही थी।

तभी मैने पास जाकर धीरे से उसका नाम लिया उसने पलट कर देखा। अब मैने उसे अपना नाम बताया और अब वो बहुत खुश हुई मुझसे मिलने से। मैने उसे कॉफी के लिए ऑफर दिया और उसने कहा ‘शाम हो चुकी है लेट हो जायेंगे, अब मैने उसे ड्रॉप करने का वादा किया और हम लोग पास एक रेस्टोरेंट मे गये। कॉफी पीते हुए हमने कुछ बातें की, अंजली का राहुल से ब्रेकअप हुए 6 महीने हो चुके थे। अब मुझे उससे बात करके लगा कि वो सच मे राहुल से बहुत प्यार करती थी।
अब वो थोड़ा सा इमोशनल हो गयी थी, सो वक़्त का पता ही नहीं चला। जब होश आया तो हम लेट हो चुके थे। वो एक हॉस्टल मे रहती थी और लेट बहुत हो चुकी थी। अब मैने उससे कहा कि पास ही मे मेरा फ्लेट है अगर तुम्हे ऐतराज़ ना हो तो आज रात तुम रुक सकती हो। में वहाँ पर अकेला रहता हूँ। कुछ देर सोचने के बाद उसने हाँ कही और अब हम लोग फ्लेट पर पहुँचे और दोनो पूरी तरह बारिश मे भीग चुके थे। तभी मैने उसे कपड़े चेंज करने को कहा।
तभी वो बोली कि मुझे नहाना है, में अंदर तक भीग चुकी हूँ। अब मैने पानी गर्म कर उसे टावल और एक शर्ट और एक लोवर दिया और वो नहाने चली गयी। भीग तो में भी गया था सो में भी दूसरे बाथरूम मे नहाने चला गया। जब में नहा कर बाहर निकला तब वो अंदर ही थी, अब में किचन में गया और कॉफी बना कर हॉल मे वेट करने लगा। कुछ देर बाद वो आई, क्या सेक्सी लग रही थी, वाईट शर्ट पहनी थी उसने बिना ब्रा के। उसके भीगे बालों से शर्ट भीग गई थी और उसके निप्पल साफ दिख रहे थे।
अब मे बस उसे देखता रह गया उसने पूछा कपड़े कहाँ सुखाऊँ फिर में उसे बालकनी तक ले गया वो बहुत सेक्सी लग रही थी। लेकिन अभी तक मेरे मन मे ग़लत ख्याल नहीं आया था फिर हमने साथ मे बैठकर कॉफी पी, फिर मैने उससे राहुल के बारे मे पूछा तो उसने बात करने से इन्कार कर दिया और वो बोली कि वो मुझे भूल चुका है और में भी उसे भूलना चाहती हूँ। मैने खाना बना लिया था तो हमने साथ मे बैठकर खाना खाया फिर में उसे बेडरूम मे ले गया अब में गुड नाईट कह कर वापस जाने लगा तो उसने कुछ देर बैठने को कहा। तभी बात करते करते वो रोने लगी और मुझसे लिपट गयी तभी मैने उसके दर्द को पहचाना। मैने उसे कैसे भी करके चुप कराया फिर उसे कम्बल ओढ़ाकर में जाने लगा तभी उसने मेरा हाथ पकड़ लिया और कहा कि ‘में बहुत दिनो से तड़प रही हूँ। अब ये अकेलापन मुझे पागल कर देगा प्लीज़ आज की रात मुझे अपना बना लो। मैने कहा कि ‘लेकिन तुम मेरे दोस्त की गर्लफ्रेंड थी और मैने कभी भी तुम्हारे बारे मे ऐसे नहीं सोचा था। अब वो कहने लगी कि में तुम पर भरोसा करती हूँ कब तक कोई मर्द एक लड़की को मना कर सकता है।
बस में भी खुद को रोक ना सका। वो उठी और मुझसे कस कर लिपट गयी और बोली मुझे ऐसे ही रहने दो। अब मुझे कुछ कुछ फील होने लगा था। मैने भी खुद को ढीला छोड़ दिया था और उसकी पीठ को सहलाने लगा फिर कुछ देर बाद उसने किस करना शुरू किया और अब में भी गर्म हो गया था। वो अब मेरे होठो को किस किये जा रही थी। वो मुझे पागलों की तरह किस कर रही थी मानो कब से प्यासी थी। उसने मुझे बेड पर धक्का देकर लेटा दिया और मेरी टी-शर्ट उतार दी और पूरी बॉडी को किस करने लगी।
वो मेरी निप्पल चूस रही थी और हाथों से मेरे लंड को सहला रही थी। अब मैने उसकी शर्ट को खोला और उसके बूब्स को दबाने लगा। वो मेरे लंड से खेल रही थी और में उसके बूब्स से पूरा रूम सिसकियों से गर्म हो चुका था। अब वो शुरू हो गई सक करने में। मैने आज तक कभी किसी लड़की के मुहं मे अपना लंड नहीं डाल था, अजीब सी सनसनी पूरी बॉडी मे हो रही थी। अब मुझसे रहा नहीं गया और ज़ोर से चीख मारी।
तो अब उसने लंड मुहं से निकाल दिया और तिरछी आँखों से मुझे देख रही थी। उसने अपने होंठो को काटा और मुझे एक किस दी और एक ही झटके मे मेरी पेंट उतार दी फिर उसने खुद को भी पूरी तरह नंगा कर मुझ पर लेट गयी थी और मुझे किस करने लगी। में अपने हाथों से उसकी चूत मे उंगली करने लगा और वो सिसकारियाँ भरने लगी अब मैने उसे पलट दिया और उसके बूब्स को सक करने लगा था, अब वो बेकाबू हो चुकी थी उसने कस कर मुझे अपनी बाहों मे पकड़ लिया था, तभी में धीरे से नीचे सरका और में उसकी चूत का रस पीने लगा।
अब में उसकी चूत को चूस रहा था, कभी अपनी जीभ से उसे किस करता कभी पूरा चूस लेता। दूसरी तरफ मैने अपनी उंगली उसकी चूत मे डाल दी और अब वो आउट ऑफ कंट्रोल हो चुकी थी। वो अपनी कमर को ऊपर नीचे करने लगी थी, उसकी साँसे तेज हो चुकी थी और ज़ोर से चीख रही थी। फिर मैने अपना लंड उसकी चूत मे डाल दिया अब वो एकदम से छटपटा उठी थी और उसने मुझे कस कर पकड़ लिया और फिर ऐसे शांत हो गयी जैसे आँधी के बाद की शांति। फिर में उसे धीरे धीरे चोदने लगा फिर कुछ देर बाद हम दोनो एक साथ ही झड़ गये थे। लेकिन उसने मुझे हटने नहीं दिया था, करीब आधे घंटे तक हम ऐसे ही पड़े रहे और फिर वो मुझसे लिपट कर ही सो गयी।
अब सुबह उठकर वो मुझसे फिर से लिपट गई और कहने लगी कि तुमने मुझे आज पूरा मजा दिया है और फिर हम दोनों ने उस दिन भी कई बार चुदाई की और अब हमे जब कभी भी एक दूसरे की याद आती है तो हमारी मौज मस्ती फिर से शुरू हो जाती है ।

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