Pages

Monday, May 11, 2015

टीचर को उसीके घर में लंड दिया

टीचर को उसीके घर में लंड दिया 

प्रणाम दोस्तों, मैं आर्य अभी फुदकती चुतो को और खड़े लंडो को याद रखते हए नई कहानी पेश कर रहा हु. मेरी उम २५ साल है और ये कहानी कुछ ३ साल पुरानी है. मेरी हाइट ५.५ है और मेरा शरीर एवरेज है. मेरा लंड ६.५ इंच का है और १.५ मोटा है. ज्यादा बोर ना करते हुए कहानी की तरफ आता हु. बात तब कुछ ३ साल पुरानी है, जब मैं ऍमटेक की क्लास ज्वाइन करने के लिए पूछताछ करने गया.पक करने के दौरान मुझे वहां पर बहुत ही सेक्सी टीचर दिखाई दी. क्या बताऊ यारो..उसका हाइट कुछ ५.३ या ५.४ होगा. बहुत खुबसूरत और गजब की सेक्सी लग रही थी. उसने ग्रीन कलर का टाइट टॉप और लेग्गिंग पहनी थी ब्लैक कलर की. हाय! मेरा लंड तो उसको देखते ही हरकत करने लगा. मैने खुद को काबू किया और टीचर के पास गया और उनसे पूछताछ करने लगा (मेरी निगाहे उसके मुम्मो पर थी, जो बहुत ही खुबसूरत लग रहे थे .. एकदम गोल-गोल ऐसा लग रहा था कि अभी इसकी टी-शर्ट फाड़कर चूस-चूसकर लाल कर दू). पूछताछ के दौरान मैं नज़र चुराके उसके मम्मो को देखने की कोशिश कर रहा था और २-४ बार पकड़ा गया. और वो गुस्से से देखकर मुझे इनफार्मेशन दे रही थी. सारी पूछताछ होने के बाद मैने उनको कहा – “क्या आप मुझे सिखाने वाले हो”?


तो उसने कहा – ‘हाँ! क्यों आप को अच्छा नहीं लगेगा, अगर मैं आपको सिखाऊ? और वैसे भी ५-७ लोगो का एक बैच है हमारे पास. चाहो तो आज शाम से ज्वाइन कर सकते हो. और फिर वो हलके से मुस्कुरायी. मैने कहा – ठीक है, आज शाम को कितने बजे? और पूछताछ करने के बाद, मैं फीस जमा करके ज्वाइन हो गया.

और एवीनिंग के बैच का वेट करने लगा. पुरे दिन मेरी आँखों के सामने टीचर ही दिख रही थी, जिसका ना तो मैने नाम पूछा था और ना ही कोई इनफार्मेशन थी. बस इतना पता था साली बहुत सेक्सी है और कोई भी देखे इसको तो बहनचोद चोद दे इसको पटक के. दिन में, एकबार मैने उसके नाम की मुठ भी मार ली और दोपहर में सो गया. क्लास के लिए लेट होने की वजह से मैने १५ मिनट लेट एंट्री की. सब मुझे घूर-घूर कर देख रहे थे. अभी सिर्फ इंट्रोडक्शन का सेशन शुरू था. क्लास में कुछ ८ लोग थे, जिसमे ३ स्कूल गर्ल्स थी, २ आंटी थी और ३ लड़के थे.

मुझे देख टीचर ने मुझे सामने बुलाया और कहा – सब को अपने इंट्रोडक्शन दो और मुझे भी अपना इंट्रोडक्शन दो. “मैं आर्य! बीएससी कर रहा हु. कंप्यूटर का बेसिक नॉलेज के लिए मुझे ये कोर्स करना है और मुझे दोस्ती करना अच्छा लगता है”. इतना कहकर मैने टीचर की तरफ देखा, तो टीचर मुस्कुरा गयी. यारो मैं बता नहीं सकता, क्या कयामत लग रही थी वो. इवनिंग के क्लास उसने हलके येल्लो कलर की साड़ी पहनी थी और उसपर उसने कुछ महरून कलर का सिल्व्लेस ब्लाउज डाला था. मैं तो बस उसको देखता और घूरता ही जा रहा था. मेरा नाम अंजिली है. मैने एम्ऍससी कंप्यूटर साइंस से किया है और यह जॉब में पार्ट टाइम के लिए करती हु और आपको कंप्यूटर की बेसिक नॉलेज देना मेरा काम है. तो आपको जो भी सवाल पूछना है, आप पूछ सकते हो.

और वो कोर्स के बारे में बताने लगी. मेरा उसकी बातो की तरफ बिलकुल भी ध्यान नहीं था. जब वो बात कर रही थी, तो मैं उसकी आँखों जो एकदम बड़ी थी और उसके होठो जो पतले से मानो पंखुड़ी हो, ऐसा लग रहा था, कि मैं अभी सब के सामने ही उनको किस करो और उनके होठो से खून निकाल दू. बात करते वक्त वो अपने कमर तक आये बालो को संवार रही थी. उसकी छाती साँसों के अन्दर-बाहर लेटे ही जो हरकत कर रही थी, साड़ी में से हलके से ट्रांसपेरेंट होने के कारण उसकी नेवेल दिख रही थी. बहुत ही गहरी और सेक्सी लग रही थी. मेरा तो बुरा हाल हो रहा था और मै उसको एकटक देख रहा था. कुछ देर बाद होश आया तो देखा टीचर कुछ बोल रही थी, “कहाँ ध्यान है आर्य? सबने सवाल पूछे है पर तुम्हे कोई सवाल नहीं पूछना क्या?” और जैसे ही मुझे होश आया, तो मेरे मुह से निकला – “आपकी ऐज क्या है?”

और सब लोग हँसने लगे और टीचर गुस्से से बोली – “व्हाट?” मुझे समझ नहीं आया, कि मैने क्या पूछ लिया. दोस्तों लडकियों की कभी ऐज नहीं पूछनी चाहिए और खासकर तब, जब वो टीचर है और आप को बोल रही है, क्लास से रिलेटीड सवाल पुछु. टीचर गुस्से से देखे जा रही थी और बोली – “तो कल आपको अपनी बुक्स मिल जाएँगी और नोट्स भी. कल से हम क्लास शुरू करेंगे.” और सब को जाने के लिए बोल दिया. सब के साथ, मैं भी जाने लगा तो अंजिली ने मुझे रुकने को बोला. मैं थोडा डर गया, कि क्या बात हो सकती है. शायद मैं पकड़ा गया हु. अब मैने दीसाइड कर लिया, कि मैं उसको सॉरी बोलूँगा और माफ़ी मांग लूँगा! सबके जाने के बाद अंजिली ने कहा – “क्या तुमने बस इसके लिए क्लास ज्वाइन किया है? क्या तुम्हे सच में पढना है या बस मुझे ही देखते रहना है? डायरेक्ट हुए सवालो के हमले से मैं बौखला गया.

अंजिली आगे बोली – देखो, मैं उम्र में तुमसे बड़ी हु और तुम्हारी टीचर हु. आज सुबह भी तुम मुझे ही घूर रहे थे और अभी भी पुरे टाइम तुम मुझे बस घूर ही रहे थे. तुम्हे पढाई की तरफ ध्यान देना चाहिए. ना की इन सब चीजों में. जब पढाई करोगे, तब तुम्हे और कोई खुबसूरत लड़की जरुर मिलेगी. मैने कहा, टीचर जी, क्या करू! आप हो ही इतनी सुंदर, कि मेरा और कहीं ध्यान ही नहीं जा रहा था. पर आप साड़ी में बहुत ही खुबसूरत लग रहे हो. मेरा ऐसा कहते ही, टीचर जी और भी ज्यादा गुस्सा हो गयी और बोली – बस अपनी पढाई पर ध्यान दो! और चली गयी. मैं मन ही मन खुश हुआ, कि चलो कम से कम इतने प्यार से बात तो की इसने. मैं घर वापस आ गया( अब करे भी क्या, इतनी सेक्सी लड़की सामने हो, तो बहनचोद हम क्या ठल्ले है जो हमारी वासना नहीं जागेगी. भाई, हम तो है ही सेक्स के पुजारी. क्यों दोस्तों? सही कहा ना!)

अगले दिन क्लास शुरू हुई और मैने देखा, कि अंजली मुझसे बात नहीं कर रही थी, ना ही कोई सवाल पूछ रही थी. बाकि सब को सवाल पूछ रही थी. पर जैसे मानो मुझे इग्नोर सी कर रही थी. और ऐसा कई दिन तक चला. उसने मुझे नाकारा और पढाई में कोई दिलचस्पी नहीं, ऐसा बन्दा समझ लिया था उसने मुझे. इस कोर्स में हर वीक एक टेस्ट होती है, एक वीक में जितना सीखते है उसपर ही टेस्ट होती है. कंप्यूटर तो मेरा फेवरेट सब्जेक्ट था और ११th, १२th मेरा कंप्यूटर बहुत सही था. बचपन से ही कंप्यूटर घर में था, सो मुझे सब कुछ आता था. कोर्स तो मैने सिर्फ सर्टिफिकेट के लिए ज्वाइन की थी और अंजिली जैसी किसी सेक्सी लड़की को देखने का मौका भला कोण बेवकूफ छोड़ सकता था! ख़ैर, टेस्ट में मेरा स्कोर सबसे अच्छा था. ४९/५० मार्कस थे मुझे. अंजिली चौक गयी और क्लास होने के बाद मुझे रुकने को बोली, “आर्य, तुम कंप्यूटर में बहुत होशियार हो, ऐसी ही पढाई करना.” मैं खुश हु, मैने कहा – “टीचर जी, थैंक यू. और उस दिन के लिए सॉरी. अब आप मुझसे नाराज़ तो नहीं हो ना?”

वो हँस कर बोली, “नहीं नाराज़ नहीं थी, बस तुम पढाई को और सीरियस लो. इसलिए बात नहीं कर रही थी, जो तुमने किया.” और जाने लगी. मैने कहा, “टीचर जी बुरा ना मानो, तो मैं आपको घर छोड़ दू?” और मेरे साथ मेरी बाइक पर चलने के लिए राज़ी हो गयी. बाइक पर जाते –जाते उसके मम्मे मेरे पीठ को रगड़ रहे थे और मेरी हालत बुरी हो रही थी. “तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है क्या?” – अंजिली ने पूछा. मैने नहीं में सिर हिलाया और पूछा – “आपका कोई बॉयफ्रेंड नहीं है?” उसने कहा नहीं, मैं सिंगल हु और तुमसे बड़ी हु. वो हँसने लगी और मैं भी हँसने लगा. कुछ १० मिनट के बाद उसका घर आया और मैं जाने लगा तो देखा उसके साथ एक और लड़की रहती है. मालती नाम था उसका.

वो दोनों शहर में अकेले रहती थी और उन्होंने किराये पर एक घर लिया हुआ था. कुछ देर बात करके मैं निकल गया. अब मैं मेरे दिमाग में अंजिली को चोदने का प्लान बन रहा था. बस एक ही फितूर था, कि कुछ भी करके अंजिली को चोदना है और पटाना है. कुछ दिन ऐसे ही मैं उसको रोज़ उसके घर ड्राप करने लगा और अंजिली बहुत फ्रेंडली हो गयी मेरे साथ. एकदिन उसने छुट्टी वाले दिन मुझे मूवी देखने के लिए बुलाया और कहा, कि हम दोनों जा रहे है. आना हो तो आ जाना. बाहर डिनर करेंगे और फिर आ जायेंगे. ऐसे ही दिन पर दिन गुजरते गये, मेरी और अंजिली की फ्रेंडशिप और अच्छी हो गयी और मुझे हर दिन अंजिली पहले दिन से ज्यादा सेक्सी लगती. और आखिरकार वो दिन आ ही गया, जिसका मुझे इंतज़ार था. क्लास ख़तम होने के बाद, मैने उसको घर पे छोड़ा और जाने के लिए निकला. तो उसने कहा –“आर्य, एक बात पुछु तो बुरा तो नहीं मानोगे? मैने कहा – पूछो तो सही. उसने कहा – मालती २-३ दिन के लिए अपने घर पर गयी हुई है, क्यों ना आज बियर पी जाए?

मैने खुश होकर कहा – आप पकोड़े बनाओ, मैं बियर लेके आता हु और मैं निकल गया. घर वालो को बहाना बना दिया, कि आज दोस्त के घर पर जाऊंगा और बियर लेके मेडिकल शॉप में आ गया और कंडोम भी खरीद लिया और अंजिली के घर आ गया. उसने दरवाजा खोला और मैने देखा, कि उसने टाइट टी-शर्ट पहन रखी थी और घुटनों तक की छोटी सी जीन्स थी. उसने मुझे वेलकम किया और पूछा – “बियर ले आये”. और उसने मुझे खुश हो के अन्दर बुला लिया. हमने पेग बना लिया और बातें शुरू हो गयी. पेग ख़तम होते-होते उसको नशा हो गया और वो कहने लगी – “आर्य तुम्हारी गर्लफ्रेंड नहीं है, इसलिए तुम मुझे घूरते रहते हो क्या? और हँसने लगी. मैने कहा नहीं. मैं अगर कुछ और कहूँगा तो तुम बुरा तो नहीं नहीं मानोगी? उसने कहा – बुरा नहीं मनुगी, अब हम दोस्त है. मैने कहा – टीचर जी आप बहुत खुबसूरत और सेक्सी हो. कोई भी आपको देखेगा तो प्यार करना चाहेगा. मैं आपको पसंद करता हु और आपसे प्यास करने लगा हु. मेरा इतना कहते ही, वो चौक गयी और शांत हो गयी. एक पेग ख़तम होने के तक कुछ भी नहीं बोली और कहा – “क्या सच में, मैं तुम्हे इतनी अच्छी लगती हु?”

मैं कहा – हाँ और सोचा, यही मौका है, और उसके नजदीक जाके मैने उसके गालो पर किस किया और बोला – “आई लव यू, अंजिली”. “आई वांट यू.” वो हैरान हो गयी और मुझे दूर धकेल दिया. मैने पेग लिया और शांति से उसको पीने लगा. अंजिली मुझे देखने लगी और धीरे से कहा – मैं भी तुम्हे पसंद करती हु, पर प्यार करती हु ये पता नहीं. उसका जवाब सुनकर मैने उसे तुरंत बाहों में भर लिया और उसके होठो पर अपने होठ लगा दिए और पीठ को सहलाने लगा. कुछ देर में अंजिली मेरे किस का रेस्पोंस करने लगी और मेरे मुह में उसकी जीभ घुमाने लगी. करीब १० मिनट तक मैने उसकी जीभ का रसपान किया और उसके बूब्स हलके-हलके दबाने लगा. उसकी सिस्कारिया निकलने लगी और कामक्रीड़ा की शुरवात हो गयी.

१० मिनट के किस के बाद, मैने एक झटके में उसके टॉप को फाड़ के अलग कर दिया और साथ ही उसकी ब्रा को भी निकाल फेंका. और मेरी शर्ट भी उतार दी और पेंट भी. अब मैं सिर्फ अंडरवियर में था और सिर्फ पेंटी में थी जो कि बहुत गीली हो चुकी थी. उसके गोरे-गोरे गोल-गोल बूब्स को देखते ही, मैं पागल हो गया और कुत्ते की तरह उसको चूसने और चाटने लगा. उसके मुह से सिसकारी निकलने लगी और वो मेरी पीठ में नाख़ून गड़ाने लगी. उसके हाथ मेरे लंड को अंडरवियर के ऊपर से सहला रहे थे. आधे घंटे तक मैने उसके बूब्स को चूस-चूस के और काट-काटकर लाल कर दिया जैसे मानो खून जम गया हु और उसने मेरे लंड को सहला सहला के मेरा रस निकाल दिया था. फिर भी मेरा लंड खड़ा था. मैने देर ना करते हुए उसकी पेंटी निकल दी और उसने मेरा अंडरवियर निकल दिया. हम ६९ पोजीशन में आ गये. 5 मिनट तक उसने मेरे लंड को चूसा और मैने उसकी चूत चाट चाट कर रस निकाल दिया और सारा रस पी लिया. वो बहुत गरम हो गयी थी और गपागप करके मेरे लंड को चूसने लगी. मैने उसको पीठ के बल लिटाया और उसके पैरो के बीच में आ गया और उसकी चूत के दाने पर मेरा लंड रगड़ने लगा. वो तड़पने लगी और बोल रही थी “आर्य और मत तडपाओ…बस अब अपने लंड को मेरी चूत में डाल दो …अहहः…ऊऊऊ ….डालो ना ..बस …और देर नहीं …प्लीज मेरी चूत की प्यास बुझा दो ..आआआआ”

“अंजिली मेरी जान, बस अभी लो” और मैने अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया. चूत बहुत टाइट होने के कारण मेरा लंड फिसल गया. फिर मैने अपने लंड पर थूक लगाकर अपने लंड को चिकना किया. फिर मैने अपने लंड को उसकी चूत पर सेट किया और धक्का मारा, तो मेरा लंड २ इंच घुसकर रुक गया और वो चीख पड़ी. मुझे समझ आ गया, कि वो वर्जिन है और सील अब तक नहीं टूटी है. मैने उसके बूब्स मसलना शुरू किया और उसके होठो को अपने होठो में लेकर चूसने लगा. और एक जोरदार धक्का देके, मैने मेरा पूरा लंड उसकी टाइट चूत में पूरा घुसेड दिया.

वो छटपटाने लगी और अपने सिर को इधर-उधर करने लगी. उसकी आखो से आसू आने लगे और वो मुझसे छुटने की कोशिश करने लगी. मैने जोर-जोर से उसके बूब्स मसलने शुरू कर दिया और उसको जोर से किस करने लगा. कुछ देर बिना हिले, मैं वैसे ही लेटा रहा और कुछ देर बाद, जब वो शांत हुई तो अपने लंड को धीरे-धीरे अन्दर-बाहर करने लगा. अब उसको भी मज़ा आने लगा था और दर्द की कराहट अब सिसकारी में बदल चुकी थी. पुरे रूम में फच-फच की आवाज़े आ रही थी. अब वो बडबडा रही थी – “आर्य, ओह्ह गॉड, आई लव यू सो मच. अहहहाह अहहहाह ऊऊऊओ मुझे बहुत मज़ा आ रहा है…ऊऊ ओह गॉड. मेरे राजा …और जोर से करो … अहाहहाहाहा..

आहाहहः …. मेरी जान…आज से मैं तुमको रोज़ चूदुनगा. और रोज़ प्यार करूँगा …. आज से मैं तुम मेरी बीवी और मैं तुम्हारा मर्द अहहाह ….आआअ

“हाआआआअ अहहहः …आज तेरी और मेरी सुहागरात है और आगे अब मैं अपने घर वालो से शादी की बात करुँगी …अहहहः …फक मी …फक मी, मेरी जान …फक मी अहहहहः …

“आई लव यू टू, अंजिली” अहहहः हहहहः ऊऊ मेरी जान बहुत सेक्सी हो तुम. बस मेरे को रोज़ तेरा रस पीना है. ना जाने कब से वेट कर रहा हु तेरे से प्यार करने का. हाय, तुझसे शादी करके तेरे को रोज़ कुत्ते की तरह चोदुंगा. आज तुझे फाड़ दूंगा, मैं अहहहहः ..म्मम्मम्म आज के बाद तुझपर बस मेरा हक़ है …अहहहहः

हनाआअ मेरे राजा …आआआअ आज से मैं शादीशुदा हु और तू मेरा पति है. बस ऐसे ही मुझे रोज़ रात दिन चोदते रहना …अहहहः दिन रात सुबह शाम अहहाहः

मैं तूफान मेल की तरह उसको धक्को पे धक्के मार रहा था और वो हर धक्के को गांड उछाल-उछाल के मेरा साथ देने लगी. रूम में आः आआआआअ और फक फक फक की आवाज़े भर गयी थी. मैं पहले ही एक बार झड़ चूका था और अब की बार जल्दी नहीं झड़ सकता था. करीब ३० मिनट की चुदाई के बाद, मैं थक गया और नीचे लेट गया और अंजिली को अपने ऊपर बैठाकर चोदने लगा. अंजिली मेरे लंड पर बैठकर उछलने लगी और मैं नीचे से उसके बूब्स जोर-जोर से दबा रहा था. वैसे २०-२५ मिनट में वो ३ बार झड़ चुकी थी और मेरा था, कि निकलने का नाम ही नहीं ले रहा था. मैने उसको घुटनों के बल बैठाया और उसके पेट के नीचे तकिया दे दिया और पीछे से डौगी शॉट लगाने लगा … धक्को की रफ़्तार तेज होने लगी और वो हर धक्के में अहहहः हहहः करते हुए मेरा साथ देने लगी. और करीब ३०-३५ मिनट के बाद २ बार झड़ चुकी थी.

अब आखिर में, मैं उसकी चूत में अपना प्यार ला लावा उगल दिया और निढाल होक उसके ऊपर गिर गया. हम दोनों बहुत थक चुके थे. तो वैसे ही सो गये. २ घंटे बाद जब मेरी नीद खुली तो मैने देखा, अंजिली की चूत में सुजन आ गयी है और नीचे बिछाये बिस्तर में सारा खून और हमारा प्यार का रस गिरा पड़ा है. मैने उसकी चूत में अपनी जुबान डाल दी और उसको चाटने लगा. उसकी नीद खुल गयी और उसने बड़े प्यार से मेरी तरफ देखा और “आई लव यू” बोलते हुए मेरे होठो को चूसने लगी. किसिंग से मेरा लौड़ा फिर से खड़ा हो गया और मैने फिर उसको चोदना चालू कर दिया. अब की बार, मैने उसको लगातार एक घंटे एक चोदा और अपना लावा उसकी चूत में निकाल दिया. इस बार भी वो भरपूर चुदाई से ३ बार झड़ गयी और बिलकुल निढाल हो के पड़ी रही. उसके बाद उभरी चूत और लाल-लाल बूब्स को मैने हलके-हलके सहलाना शुरू किया और किस करने लगा.

इस दौरान उसकी चूत गीली हो गयी और मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया. तो उसने कहा – “अरे ये शैतान तो शांत ही नहीं रहता” अब इसका क्या करे? और हम हँसने लगे. मैने कहा – अबकी बार इस शैतान को हम तुम्हारी गांड में डालेंगे. तो उसने मना कर दिया और बोली – नहीं बहुत दर्द होता है. बहुत मना करने के बाद वो मान गयी और मैने ढेर सारा आयल उसकी गांड में लगा दिया और अपने लंड पर भी लगा लिया. फिर धीरे-धीरे अपना पूरा लंड उसकी गांड में डाल दिया.

इस बार उसने पूरा दर्द सह लिया और चीखी नहीं. उसने अपना मुह तकिये में दबा के रखा था. मैने कुछ ३० मिनट तक उसकी गांड मारी और उसकी गांड में ही झड़ गया. ऐसे पूरी रात हमने ४ बार चुदाई की, जिसमें वो कम से कम १०-१२ बार झड़ी होगी और बहुत थक गयी थी. दुसरे दिन हम करीब दोपहर के १२ बजे उठे और नहाकर मैं अपने घर जाने लगा. तो उसने मुझसे पूछा – “आर्य, तुम मुझे वास्तव में प्यार करते हो ना?

और उसकी आँखों में आसू थे. मैने उसके फेस को ऊपर किया और उसको किस करके कहा – मुझसे शादी करोगी? और वो खुश हो गयी और हाँ कर दी. और मैं घर चले गया. हमारा प्यार ३ साल तक चला. इन ३ सालो में मैने उसको बहुत प्यार किया. आज वो दिली यूनिवर्सिटी में पढ़ाती है और मैं उसके यहाँ आने का इंतज़ार कर रहा हु, वो जब भी यहाँ आती है तो हम खूब चुदाई करते है और जल्दी ही मैं उसके घर वालो को मिलने वाला हु. आज उसकी उम्र २८ साल है और मेरी २५. पर सेक्स आज भी कायम है.

No comments:

Post a Comment