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Monday, May 11, 2015

लाइब्रेरी में चुदाई

लाइब्रेरी में चुदाई  

ये स्टोरी मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड की है. जोकि ३० साल की है. एक्चुअली में, वो मेरी गर्लफ्रेंड नहीं, मेरी मिस है. कॉलेज मिस है वो. एक नंबर की आइटम है. उसका फिगर ३२-३०-३६ है. मुझे ये फिगर वाली औरत बहुत पसंद है. मुझे उनकी गांड बहुत पसंद है. क्या मस्त मोटी होती है उनकी गांड. उसका नाम सोनी था. वो एक बड़े घर की थी और उसका पति बिज़नसमेन था. मेरी और उसकी अच्छी जमती थी. क्योंकि, मैंने आपको बताया था ना गाएजज्ज्ज्ज़. कि मैं एक अच्छा चुदाई करने वाला होते हुए भी एक अच्छा दिल वाला हु और अच्छी रोमेंटिक बातें करता हु. इस से औरते मेरी ओर खिची चली आती है. आप सब भी प्यारी- प्यारी बातें करके औरतो को अपने जाल में फसाया करो, मेरी तरह.


मैम, बड़ी ही हाई-फाई, बड़े घर की थी, सो किसी से ज्यादा बातें नहीं करती थी. पर मैं उनको लाइक करता था. सो मैंने अपना रिलेशन ऐज ए स्टूडेंट उनसे अच्छा बना लिया. हम ऐसे ही बातें करते थे.वो मुझसे हर चीज़ शेयर करने लगी थी. क्योंकि उनकी लाइफ में कोई और फ्रेंड नहीं था. अब मैं उनके लेक्चर में क्लास में बैठता था, पर कॉलेज में और बाहर कॉफ़ी कैफ़े में उनके साथ बैठता था.

एक दिन, मैंने उनको पूछा, कि आपके पति इतने बड़े बिज़नस मेन है तो आप जॉब क्यों करती हो? वो बोली – मुझे टीचिंग का शौक है इसलिए. फिर, मैं बोला – आप की मैरिड लाइफ कैसी चल रही है मैम? वो बोली – मत पूछो यार. उनको अपने बिज़नस से टाइम नहीं कहा है. मैं उनके बाजु में बैठा था और उन्होंने आज साड़ी पहनी थी, पिंक कलर की. मुझे तो वो आज क़यामत लग रही थी. शी वाज ऐ हॉट बेब गाएज्ज्ज्ज़. फिर, मैंने अपने एक हाथ उनकी टांग पर रखा और बोला, कि क्या हुआ मैम. आप सेटीसफाई नहीं हो, अपने पति से क्या? वो बोली – हमे ये सब बातें नहीं करनी चाहिए. मैं बोला – क्या, ये गलत बात है? हम दोनों एक तरह से फ्रेंड ही तो है. अगर मैं आपका दुःख नहीं समझूंगा, तो कौन समझेगा.

मेरी बात सुनकर उसने मुझे स्माइल दी. वो बोली – पर किसी को मत बताना ओक्क्क निक्क्क्क. और प्यार से मेरा गाल पकड़ा और खीचा. मैंने दो कॉफ़ी आर्डर की और मैं उसे सुनने लगा. वो बोली – पुरे दिन काम में लगे रहते है और कुछ दिन घर भी नहीं आते है. मैं उनसे बोला – आप घर में बोर नहीं हो जाते हो? वो बोली – हाँ और …… ! मैं बोला – और क्या? वो बोली – जाने दो. तुम नहीं समझोगे. मैंने डेरिंग करते हुए, उनके कंधे पर हाथ रखा और बोला – मैं चूत की भूख समझ सकता हु. वो मेरी तरफ देखती ही रह गयी. वो बोली – तुम ये सब कैसे जानते हो एंड आल? मैंने फिर अपनी सेक्स लाइफ उनको शोर्ट में बताई. उनको सब कुछ बोल दिया और जब मेरा बोलना ख़तम हुआ, तब मैंने उनके फेस पर एक मस्त स्माइल देखी और मैं समझ गया, “बकरी फस चुकी है”. अबये चुदने के लिए तैयार है. वो बोली – वाह यार, अच्छा है. तुम महिलाओ की तड़प और उनकी भूख मिटा के एक अच्छा काम कर रहे हो और ये सच बात है गाएज्ज्ज्ज़, औरत की तड़प बहुत बढ़ जाती है, उनकी चुदाई बाहर से नहीं हुई हो तो.

फिर मैं उनके क्लोज आते हुए बोला, मुझे ये काम करना अच्छा लगता है मैम. क्या आप मेरे साथ अच्छा काम करोगे? वो शर्मा गयी और वेटर को बोली – बिल लाओ. उसने बिल दिया और मुझे अपना नंबर दिया. फिर उसने मुझे बाय बोला और अपनी कार में बैठकर चली गयी. चलो नंबर तो मिला, इतनी मशकत के बाद. फिर हम मेसेज पर चैटिंग करने लगे. उस रात को २ बजे तक मैं और मैम चैट करते रहे. मैंने उसको मेरी चुदाई के स्टाइल और तरीको के बारे में बताया. और बताया, कि औरत की सुन्दरता और भी बढ़ जाती है, जब वो अपनी साड़ी नेवल के होल के नीचे पहनती है. उस से मर्दों को सेक्स चड़ता है वो देखकर. मैंने उसको अपनी बातो से सीडयूज़ कर लिया. फिर नेक्स्ट मोर्निंग कॉलेज में उन्होंने एक पिंक कलर की साड़ी पहनी हुई थी और आज उनका नेवल होल दिख रहा था. मस्त डीप था. मन कर रहा था, जाके चाट लू. पर फिर मैंने अपने इमोशन को कण्ट्रोल किया. परी लग रही थी वो आज…

मैंने उनको इशारा किया, कि मस्त लग रही हो. वो मुझे देखकर मुस्कुरा दी. मैंने उनको आँख मारी और एक फ्लाइंग किस दी. उन्होंने मुझे स्माइल दी और फिर जब कॉलेज ख़तम हुआ. अब मुझसे रुका नहीं जा रहा था. उस दिन सैटरडे था और सब लोग अपने घर जाने के लिए भाग रहे थे. कॉलेज के कॉरिडोर में भीड़ थी और बहुत धक्का- मुक्की हो रही थी. मैडम भी उसी भीड़ में थी. मैं उनके पीछे पहुच गया था. मेरे मन में शरारत आ गयी और मैंने सोचा, थोड़े मज़े करते है. मैं बिलकुल उनके पीछे था और मैंने एक हाथ से उनकी कमर को सहलाया.उन्होंने कुछ नहीं कहा. भीड़ काफी थी, तो शायद वो समझी नहीं थी. फिर, मैंने अपने हाथ से उनका पेट सहलाया. फिर भी वो कुछ नहीं बोली. मैंने अपनी मिडिल फिंगर उनके होल में डाल दी. आआह्हा.. क्या होल था उनका. उसने ऊँगली डालते ही, मेरा खड़ा हो गया और मिस की ३६ की गांड में चुभ रहा था. वो अब मेरी तरफ देख रही थी और स्माइल दे रही थी. मेरा हाथ जो उसके पेट पर था, उसपर अपना हाथ रखकर बोली – करते रहो निक, अच्छा लग रहा है. आहाहाह मैं ऐसे ही उनके नेवल होल में ऊँगली डालकर हिला रहा था और उनको चढ़ रही थी सेक्स की भूख….

वो ऐसे ही मेरी तरफ मुड़ कर देख रही थी और मेरा लंड उनकी गांड में चुभ रहा था. मेरी ऊँगली उनके नेवल होल में थी. फिर, मैंने ऊँगली उनके नेवल होल में से निकाली और अपने मुह में डाल डालकर चाटने लगा. उनके नेवल होल का टेस्ट मस्त था. वो बोली – अरे चाटा क्यों? वो गन्दा रहता है. उसमें हमारे बॉडी का पसीना भी होता है. मैं बोला – मिस इसी में तो मज़ा है. मैंने आपको बताया था ना कल. मेरा सेक्स करने का अंदाज़ अलग है. फिर उन्होंने स्माइल दी और ऊँगली जो मैंने अपने मुह में डाली थी. वो अब उन्होंने अपने मुह में ले ली और मेरे मिडिल फिंगर को चूसने लगी. हम भीड़-भाड़ में ये सब कर रहे थे. कोई देख लेगा और आल, इन सब से हमें कुछ फरक नहीं पड़ रहा था. जब सब बच्चे चले गये, तो मैं मिस के साथ गया. मिस ने मुझे पैसे दिए और कहा – मैं स्टाफ रूम में हु. तुम कॉफ़ी कैफ़े जाकर हमारी फेवरेट चोकोलेट ले आओ. जो हम रोज़ खाते थे और कॉफ़ी भी लेते आना. और जो तुम्हे चाहिए, वो भी लेलेना. मैम को मैंने वो भाभी वाली स्टोरी भी बताई थी, जिसमे मैंने भाभी को चॉकलेट लगाकर चोदा था. मुझे लगा मिस भी वहीँ करना चाहती है. पर मैं एक बार वो कर चूका था और अब कुछ और करना चाहता था. इसलिए मैंने चॉकलेट की जगह केक लिया, मैंने आइसक्रीम, पेप्सी ली. मैंने आइसक्रीम के सिर्फ कॉन लिए. उसमें ना तो आईस और ना ही क्रीम.

अब ये मेरा नया आईडिया था. मैं ये सब लेके कॉलेज पहुच गया और मिस मेरा वेट कर रही थी स्टाफ रूम में. वहां पर कई और मिस बैठी हुई थी, इसलिए हम लाइब्रेरी चले गये. अब रियल स्टोरी स्टार्ट…लाइब्रेरी फुल खाली थी. कोई नहीं था. मैं और मिस एक जगह बैठ गये और लाइट ओन कर ली. फिर, मैंने केक निकाल कर काटा और बोला – आज इससे हमारी नई सेक्स लाइफ की शुरुवात हो रही है, सेलिब्रेशन तो बनता है. मैंने और मिस ने साथ में केक काटा और मिस ने मुझे अपने हाथ से केक खिलाया और मैं खा गया मिस की उंगलिया. मैंने उनकी ऊँगली में लगे, सारे केक को चाट लिया. फिर मुझसे बोली – अब तुम मुझे केक खिलाओ. मैंने कहा, मैं केक तो खिला दूंगा, पर हाथ से नहीं मुह से खिलाऊंगा. वो शर्माने लगी. मैंने एक केक का टुकड़ा अपने मुह में डाला और मिस को चूमने लगा. वो भी चूमने लगी मुझे. फिर, मैंने अपने मुह से केक उनके मुह में डाला और उन्होंने मुह खोलकर मेरे से केक खाया.

फिर हम दोनों एक दुसरे के मुह से चबाये हुए केक को खाने लगे. हम दोनों एक दुसरे के मुह से केक खा रहे थे और सारा केक हम दोनों के मुह पर लग गया था. हम दोनों ने ही एक दुसरे के चेहरे से केक को अपनी- अपनी जीभ से चाटकर साफ़ किया. मैम को चढ़ रहा था. मैंने मैम की साड़ी का पल्लू गिरा दिया और उनके गले में भी केक लगा दिया. मैंने उनके गाल पर भी केक लगा दिया और फिर अपनी जीभ से चाटकर साफ़ करने लगा. मैंने अब मिस को खड़ा किया और उनको स्मूच करने लगा. वो अपने हाथो से मेरे सिर को पकड़कर स्मूच कर रही थी. कभी अपनी जीभ मेरे मुह में डालती, कभी मेरी जीभ लेके चूसने लगती. मेरे मुह में थूक भी देती और मैं भी उनके मुह में थूक देता. मस्त मज़ा आ रहा था हमें. मैं उनकी साड़ी उठा रहा था और फिर उनकी ब्रा- पेंटी सब उतार दिया. क्या लग रही थी वो. वो नंगी कयामत लग रही थी और वो दिन भी उनके लिए कयामत ही था. मेरे डाईलोग अपने सुना होगा, मेरी पहली स्टोरीज में “जब औरत हो जाये सत्रा- अठरा, वो बन जाती है खतरा; जब औरत हो जाये तीस, वो बन जाती है चीज़”. क्या चीज़ थी वो, ३४ के बूब्स एकदम कड़क हो गये थे और उनकी ३६ की गांड.. हाय… मेरी नज़र तो वहां से हट ही नहीं रही थी.

मैं भी नंगा हो गया और वो मेरा ८ इंच का लंड देखकर शर्मा गयी और बोली – ये तो बहुत बड़ा है. प्यारा और मोटा है. मैं कहा – यार बस, जो है अब आपके लिए है. मैंने उनके एक बड़े से टेबल पर लिटाया और उनके बूब्स दबाने लगा. क्या बूब्स थे उनके.. एकदम सॉफ्ट और अब वो कड़क हो चुके थे. मैंने उनके बूब्स पर ढेर सारा केक लगाया और उस केक को जीभ से चाटने लगा. मैंने मिस के पेट और नेवल होल में भी केक लगाया और चाटने लगा. मैम अहहहः अहह्हः ऊऊऊऊउईईईईईइ कर रही थी और मै तो बस उनके नेवल के होल से केक को मजे में चाट रहा था. मैंने केक ब्लैक फारेस्ट लिया था, बड़ा ही टेस्टी था.. अहहाह फिर मैंने केक उनकी टांगो पर लगाया. मैंने उनकी पूरी टाँगे चाटी और फिर उनकी पीठ भी. मैं उनके पुरे शरीर को चाट चाट चूका था सिर्फ उनकी चूत और गांड को छोड़कर. उनका पूरा शरीर मेरी थूक से गीला हो चूका था और उनके शरीर से केक की स्मेल आ रही थी. फिर मैंने कॉफ़ी लिया. आपको जान कर मज़ा आयेगा, कि मैंने अब कॉफ़ी कैसे पी.

मैं उनकी चूत चाटने लगा. क्या टेस्ट था. एकदम नमकीन…. टाटा नमक से भी नमकीन. फिर, मैंने मैम को बोला, जब भी झडो, तब बता देना. कुछ देर बाद, मैम की सिसकारी तेज हो गयी और वो बोली – अहहः आआऊऊऊऔऊऊउस्सछह्हह मैं झड़ने वाली हु. मैं रुक गया और मैंने मैम की चूत के अन्दर कॉफ़ी डाल दी. वो मचल पड़ी. वो बोली – क्या कर रहे हो? मैंने कहा – कुछ नहीं और चूसने लगा. उनकी चूत अहहहः.. मज़ा आ रहा था. कुछ देर बाद, वो झड गयी और उनकी चूत का नमकीन रस और मीठी कॉफ़ी का कॉम्बो.. मज़ा आ गया था मुझे. मैम को भी मैंने अपनी फिंगर से चटाया. फिर, मैंने अपनी फिंगर मैम की गांड में डाली, तो वो तड़पने लगी और बोली – निकालो इसे बाहर. दर्द हो रहा है. मैंने कहा – आपको मज़ा आएगा. देखो.. मैंने उनकी चूत में लगी हुई कॉफ़ी को चूस रहा था और अपनी फिंगर उनकी गांड में कर रहा था. अहहः… क्या मस्त नज़ारा था. हम दोनों को बड़ा ही मज़ा आ रहा था.

फिर, मैंने उनको पेट के बल लिटाया. सबने गांड चाटी होगी, पर किसी ने गांड के अन्दर की चीज़ को जुबान से नहीं लगाया होगा. कैसे लगाओगे, अब मैं आपको बताता हु. आपको याद होगा, कि मैं कॉन लाया था. कॉन के नीचे वाला हिस्सा पॉइंटेड होता है. मैंने कॉन का वो हिस्सा मैम की गांड में डाल दिया. मैम आहाहहह्हा उम्म्मम्म कर रही थी. वो तड़प रही थी और मैं कॉन को आहिस्ते- आहिस्ते घुमाने लगा. वो मचल रही थी (ये सब आप लोग अपने रिस्क पर करना, अगर एक्स्पेरिंस और प्रोफेशनल सेक्स नहीं करते हो तो, मत करना. क्योंकि अगर कॉन टूट गया और वो पॉइंटेड हिस्सा लेडी के अन्दर रह गया, तो प्रॉब्लम हो सकती है. सो डू इट योर ओन रिस्क). फिर, मैंने कुछ देर घुमाने के बाद वो हिस्सा आराम से बाहर निकाला और देखा; उसपर येलो कलर का लगा हुआ. मैंने उसको चाटा अहहहः ..मस्त नमकीन था. मज़ा आ गया, मैंने एक बार एक कॉन डाला और घुमाया. फिर दूसरा और फिर उसको चटाता और फिर दूसरा डालता. मज़ा आ गया.

अब मैम की बारी थी, उन्होंने मुझे लिटाया और मुझपर चढ़ गयी. मेरा लंड मेरी बॉडी, सब चाटने चूसने लगी. अहहः .. क्या मज़ा आ रहा था. क्या चीज़ थी वो मैम. मैंने उनके मुह में डाल दिया और २ बार झड गया. और वो मेरा सारा रस पी गयी. अब चोदम- चुदाई की बारी थी. मैंने मैम को अपने ऊपर बैठाया और जिससे उनका मुह मेरे मुह की तरफ हो जाए और मेरा लंड उनकी चूत में चला जाए. ऐसे ही हुआ. चूत गीली थी, इसलिए फटाक से उसमे मेरा मोटा लंड चला गया. वो बोली अह्ह्ह्ह वोऊव्व्व्व… आई हेव बीन डाईंग टू हेव योर डिक बेबी. अब मैंने उनको कहा, कि आप ऊपर नीचे होकर चोदो मुझे. फिर वो मेरे ऊपर नीचे करने लगी. वो मेरे ऊपर उछल रही थी.

वोवोवोवो और मुह से अहहहः अहाहः अहहः अहहाह उफफ्फ्फ्फ़ ओह माय गॉड… अहहहः एस एस एस ओहोहोहोहो य्म्म्मम्म कर रही थी. मस्त चुद रही थी वो मुझसे. वो झड़ गयी और अब मैंने टेबल पर लिटाया और ऊपर चढ़ गया और शुरू हो गया. मैं उनको जोर- जोर से चोद रहा था. वो अहहः एस एस हार्डर, मोर मोर  हार्डर.. करके चिल्ला रही थी. लाइब्रेरी में साइलेंस लिखा था. पर वहां पर हम दोनों चिल्ला रहे थे और देखता भी कौन. फिर, मैं भी झड़ने वाला था. मैंने बोला – मैम कहाँ झांडू? वो बोली – अब मैं तेरी मैम नहीं, रांड हु और अब मैं तेरे बच्चे की माँ बनूँगी. झाड़ दे अन्दर ही. मैं धक्के फ़ास्ट- फ़ास्ट मार रहा था और कुछ ही देर झड़ गया. अहहहः … क्या फीलिंग थी वो…. अहहः … फिर मैंने उनको कुत्ती बनाया और गांड में लंड डाला.

अब गांड भी गीली थी. क्योंकि, मैंने चाटा था और होल भी बड़ा हो गया था. मैंने उसमे कॉन जो डाले थे. मेरा लंड घुसने के बाद, जो धकाधक मारकर चोदा ना, उनको वो और उनकी गांड ही जानती है. उस दिन हमारी चुदाई ५ घंटे तक चली और अब हमेशा जब भी मौका मिलती है, वो मुझसे चुदती है.

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