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Friday, May 22, 2015

जेठ के साथ रंगरेलीया



 जेठ जी को मेरी बात सुनकर जोश आ गया और उन्होंने मुझे जमीन पर लिटा कर मेरे चुचो को मसलना शुरू कर दिया.यह कहानी  देसीएमएमस्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे रहे । वो मस्ती में मेरे चुचे मसल रहे थे और मेरे निप्पल को खीच रहे थे और मै मस्ती में मचल रही थी और अपने पैरो को एक दूसरे से रगड़ रही थी. मेरे मुँह से मस्ती भरी कामुक और गरम आहें निकल रही थी. सारा बाथरूम मेरी साँसों की गरमी से गरम हो चूका था


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