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Tuesday, June 9, 2015

सेक्सी मौसी की चुदाई भाग-1

सेक्सी मौसी की चुदाई भाग-1 

मैने मौसी को जब भी देखता तो मुझे उनका सेक्सी फिगर देखकर मन मे गुदगुदी होती थी.उनका सुडोल गोरा बदन बहुत हसीन था.मेरी मौसी की शादी हुए 4 साल हो गये थे,एक बार उन्होने मुझे अपने यहा रहने को बुलाया था. मैं एक महीने के लिए उनके वाहा रहने गया.उनका घर बहुत छोटा था, सिर्फ़ दो कमरे थे,एक किचन और दूसरा उनका हॉल.जब मैं उनके यहा रहने गया तो मौसी ने मुझे देखकर मुझे गले लगा लिया. जिससे उनके बूब्स मेरे सीने से दब गये.मुझे भी मज़ा आया उस दिन.मैने भी उन्हे गले लगा लिया और गाल पे किस भी दी.मेरी मौसी घर में ज़्यादातर गाउन ही पहना करती थी.

जिससे जब वो घर का काम करने के किए झुकती तो उनके बूब्स का भूगोल देखकर मेरा 8″ लंबा लंड खड़ा होने लगता. वो मुझसे बहुत प्यार करती थी.एक बार मौसी किसी काम के लिए नीचे झुकी तो मैने देखा कि उन्होने ब्रा पॅंटी नही पहनी हुई थी,तो मुझे उनके बूब्स और चूत दिखाई दी.मेरा ये देखकर बुरा हाल हो गया था,उनकी चूत पर बाल नही थे,मैं तभी बाथरूम में जाकर मूठ मार कर आया,मेरा दिल मौसी को चोदने के लिए मचल रहा था,
लेकिन मेरी हिम्मत ही नही हो रही थी,मैं, मौसी और मौसा एक ही बेड पर सोते है,बेड बड़ा था इसलिए हम तीनो को एक ही बेड पर सोने में कोई दिक्कत नही होती थी,पहले मौसी फिर मौसाजी फिर मैं इस तरह लाइन में सोते थे.
सोने से पहले मौसी मौसा जी और मुझे दूध ज़रूर देती थी, सोते टाइम घर में अंधेरा रहता है कोई किसी की शकल भी नही देख सकता इतना अंधेरा रहता है,एक बार मेरी रात को मेरी आँख खुली तो मुझे महसूस हुआ कि मौसा मौसी की चुदाई कर रहे है.
मैने जब गौर से देखा तो मौसा मौसी के उपर लेटे हुए थे और मौसी नंगी नीचे लेटी हुई थी और मौसा मौसी की चुदाई कर रहा था,मौसी बीच बीच मे आआहह हूउ न नाओउककच उऊन कर रही थी.ये देखकर मेरा लंड खड़ा हो गया.
मैने अपने लंड को पकड़कर उन्हे देखकर वही मूठ मार ली. दोनो आपस में काफ़ी देर तक चुदाई करते रहे ये देखकर मुझे पता ही नही चला कि मुझे कब नींद आ गयी.
अब मेरा मन और खराब होने लगा मौसी की चुदाई के लिए.अब मैं 4-5 दिन तक रोज़ जल्दी सोने का बहाना करके लेट जाता था और मौसी की चुदाई देखा करता था.
एक बार मैने देखा कि मौसी नंगी आँख बंद करके लेटी हुई थी और मौसा उनकी चूत में अपना मूह डालकर चूस रहे है.
मुझसे रहा नही गया मैने अपना एक हाथ बढ़ाकर मौसी की एक चूची पर रख दिया,मौसी को कुछ पता नही चला कि किसका हाथ है.मुझमे और हिम्मत आई तो मैं ज़ोर ज़ोर से मौसी की चूची को दबाने लगा. मौसी की चुचि इतनी बड़ी थी कि मेरे हाथ में ही नही आ रही थी.मौसी भी मज़े से अपनी चुचि डबवा रही थी.और मैं दूसरे हाथ से अपने लंड को पकड़कर मूठ मार रहा था.
फिर थोड़ी देर बाद मेरा पानी निकल गया तो मैने मौसी की चुचि से हाथ हटा लिए और सो गया.इन दोनो की चुदाई में मैने ध्यान दिया कि दोनो में से कोई बात नही करता था, फिर सॅटर्डे आया.सनडे को मौसा की छुट्टी होती है तो वो सॅटर्डे नाइट को मौसी को जमकर चोदते है.इसलिए शायद मौसी भी थोड़ी ज़्यादा तैयारी रखती होगी. अब मुझसे रहा नही गया तो मैं मेडिसियाल स्टोर गया और वाहा से नींद की गोली ये कहकर ले आया कि मेरे डॅड को 3 दिन से नींद नही आ रही है उनके लिए कोई नींद की गोली दीजिए,
उन्होने बताया की 2 गोली काफ़ी होगी लेकिन मैं 4 गोली ले आया.अब मैं रात का इंतेज़ार करने लगा.रात को मौसी ने मुझे किचन में बुलाया और दूध देकर कहा कि ले अपने मौसा को दे आ.मैने उनकी नज़र बचा कर नींद की 4 गोली मौसा के दूध में मिला दी.
फिर मैने दूध मौसा को दिया तो मौसा ने पी लिया.आज रात मौसी ने नाइटी पहेनी हुई थी,फिर वो दोनो लेट गये और मैं भी लाइट ऑफ करके लेट गया 1 घंटे बाद मैने मुसा को हल्के से हिलाकर देखा तो उनपर नींद की गोली का असर हो गया था, वो सो गये थे मैने उन्हे अपनी जगह सरका दिया और उनकी जगह मैं आकर लेट गया,मौसी का मूह दूसरी तरफ था तो उन्हे पता नही चला,
अब मैने पहले अपने सारे कपड़े उतार दिए और मौसी की कमर पर अपना हाथ रखा मुझे लगा कि मौसी सो गयी है,लेकिन वो जागी हुई थी,अब मैने अपना हाथ उनके बूब्स पर रखा और उन्हे नाइटी के उपर से दबाने लगा,और उनसे चिपक कर लेट गया जिससे मेरा लंड मौसी की गांद को टच कर रहा था, और मैने अपनी एक टाँग मौसी के पैरो के बीच में डाल दी, और अपने पैर से मौसीक़ी चूत को रगड़ रहा था,मौसी थोड़ी देर बाद हॉट होने लगी थी,थोड़ी देर बाद मौसी ने अपना मूह मेरी तरफ किया तो मैने उनके लिप्स पर अपने लिप्स रख दिए,
आह क्या टेस्ट था उनके लिप्स का मैं तो पागल हो गया,अब मैं अपना हाथ उनकी नाइटी के अंदर डालकर मौसी की चुचि दबाने लगा.मौसी ने अपना हाथ मेरे हाथ पर रख दिया और दबाने लगी.

मौसी ने नीचे ब्रा नही पहनी हुई थी,मैने मौसी की नाइटी उतार दी और उनके उपर लेट गया और अपने बदन से उनका बदन रगड़ने लगा जिससे उनकी चुचिया मेरे सीने से रगड़ रही थी और मेरा लंड उनकी पॅंटी के उपर से उनकी चूत पर रगड़ रहा था,मुझे बहुत अच्छा लग रहा था,अब मैं उनके होंठों पर किस करता हुआ उनके गाल पर किस करने लगा फिर उनके गले पर मम्मूऊऊऊः मौसी को बहुत मज़े आ रहे थे.मौसी धीमी आवाज़ में कहने लगी कि आज क्या हुआ है तुम्हे आज तो बहुत अच्छी तरह से कर रहे हो.
मैं कुछ नही बोला.मैं अपने काम में लगा रहा.फिर मैं किस करता हुआ उनकी चुचियो की दरार पर आ गया मैने उनकीचुचियो की दरार पर हल्का सा बाइट किया तो मौसी पूरी तरह हिल गयी,फिर मैं उनकी राइट वाली चुचि को मूह में लेकर चूसने लगा और लेफ्ट वाली चुचि को हाथ से दबाने लगा.
मेरी मौसी पागल होती जा रही थी,मैने उनके निपल पर बाइट कर दिया तो वो धीरे से कहने लगी की आआहह आअराअम सस्स्सीए कारूव ततटुउंमहारी लीईइयीई हहिईीईईईई टीट्ट्ट हाआऐ.मैने उनकी लेफ्ट चुचि को रगड़ रगड़ कर लाल कर दिया था,,,,तो मुझे कहने लगी कि अराआम सी जाआलान हूऊओने लाआआअगी है,फिर मैने मौसी के पेट पर किस किया फिर उनकी नेवेल पर.
मैं उनकी नेवेल में अपनी जीभ से अंदर बाहर करने लगा तो उन्होने मेरे बॉल पकड़ लिए और मेरा मूह अपनी नेवेल में दबाने लगी.
उन्हे डर था की पास में लेटा हुआ मैं यानी “कुश” जाग ना जाउ कही उनकी चुदाई से इसलिए ज़्यादा आवाज़े नही कर रही थी.फिर मैं मौसी की चूत की तरफ अपना मूह लाकर उनकी जाँघ पर पागलो की तरह किस करने लगा.हम 69 की पोज़िशन में हो गये थे.
फिर मैं अपनी मौसी की प्यारी चूत जो अभी तक पॅंटी में क़ैद थी उस पर अपना हाथ रख दिया,मुझे मौसी की पॅंटी गीली महसूस हुई तो मैने सूंघ कर देखा तो बड़ी मादक खुसबू आ रही थी उनकी पॅंटी से तो मैं अपनी जीभ से उनकी पॅंटी को चाटने लगा चूत के उपर से ही.
दूसरी तरफ मौसी मेरे लंड के चारो तरफ़ से अपनी जीभ से चाट रही थी,कभी मेरे टट्टो को भी चाट रही थी दबा रही थी, मुझे बहुत मज़ा आ रहा था फिर उन्होने मेरे लंड की टोपी को अपने मूह में रख कर अंदर बाहर कर रही थी,
मुझसे रहा नही गया तो मैने एक हल्का सा झटका मारा तो मेरा 4″इंच लंड उनके मूह में चला गया,इस हमले से मेर प्यारी मौसी के आँख से आँसू निकलने लगे लेकिन उन्होने मेरा लंड बाहर नही निकाला बल्कि और चूस रही थी.इधर मैं मौसी की पॅंटी निकालने लगा तो मौसी ने अपनी गांद उठाकर मेरी हेल्प की पॅंटी निकालने में,अब मौसी की वो चूत मेरे सामने थी जो मुझे रोज़ परेशान करे रखती थी,
अब मैं अपनी ज़ुबान को मौसी की चूत पर फिरा रहा था,उपर से नीचे और नीचे से उपर की तरफ.मेरी मौसी का बुरा हाल था.फिर मैने अपने हाथ की दो उंगली से मौसी की चूत को खोला और उसमे अपनी जीभ डाल दी और जीभ से फक करने लगा, मेरी प्यारी मौसी पागलो की तरह अपनी गांद को उपर नीचे करने लगी. फिर मैं अपनी 3 उंगली से उनकी चूत से फक करने लगा.इसी दौरान मेरी मौसी 2 बार झाड़ चुकी थी और मैं उनका रस पी गया था मैने फिर अपनी 1 उंगली उनकी चूत की रस से भिगोकर उनकी गांद के छेद पर रख दी उनके उपर नीचे होने की वजह से मेरी उंगली उनकी गांद में अंदर बाहर होने लगी.
उधर मेरे लंड का भी बुरा हाल था,मौसी ने चूस चूस्कर मेरे लंड का पानी निकाल दिया था.मौसी फिर से मेरे लंड को खड़ा करने के लिए उसे चूस रही थी कयौकी उन्हे अपनी चूत की भी सेवा करवानी थी.15-20 मिनट. बाद मेरा लंड फिर से खड़ा होने लगा तो मैं मौसी की चूत छ्चोड़कर उनके मूह के पास आ गया,
मौसी मेरा चेहरा पकड़ कर मेरा कान अपने मूह के पास लाकर बोली की जान आज सेक्स करने में बहुत मज़ा आ रहा है
आज कहा से सीखकर आए हो.मैने उनके होंठों पर अपनी उंगली रखकर उन्हे चुप करा दिया,कयौकी मैं भी भी कुछ नही बोल रहा था.
तो वो फिर कुछ नही बोली.अब मैने अपने होंठ प्यारी मौसी के होंठों पर रख दिए उन्होने अपना मूह खोला और अपनी जीभ मेरे मूह में डाल दी.मैं उनकी जीभ को अपने होंठो से पकड़कर अपनी जीभ से चूसने लगा,बड़ी टेस्टी थी मेरी प्यारी मौसी की जीभ अयाया मेरे से रहा नही गया तो मैने उनकी दोनो चुचियो को अपने हाथो में लेकर ज़ोर दे दबा दी,
उनके मूह से चीख निकलती निकलती रह गयी.कयौकी उनके मूह को मेरे मूह ने बंद किया हुआ था.मेरा लंड मौसी की चूत पर दस्तक दे रहा था. मौसी से रहा नही गया वो मेरे कान में बोली कि जान आब सस्साहाआ नाआहियिइ राआआहीए हूऊऊ.मैने मौसी का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया.
मौसी ने अपनी टाँगो को फैलाकर मेरा लंड अपनी चूत के द्वार पर रख दिया. लेकिन मैं मौसी को और तड़पाना चाहता था इसलिए लंड अंदर नही डाला.5 मिनट. बाद मौसी फिर से मेरे कान में बोली अब डाअल भीईीई दूओ क्यू ताडपा राआहए हूओ.इतनाअ सुनना था कि मैने एक जोरदार झटका मारातो मेरा लंड पूरा का पूरा मौसी की चूत में चला गया.
मौसी के हलक से एक हल्की सी चीख निकली तो मैने अपना हाथ मौसी के मूह पर रख दिया मौसी की चूत मुझे थोड़ी टाइट लगी शायद मौसा का लंड मेरे से थोड़ा छ्होटा और पतला होगा.
मौसी ने मेरा हाथ हटाया और बोली आज तुम्हे क्या हो गया है मुझे मार ही डालोगे क्या.आपका लंड भी थोड़ा बड़ा बड़ा लग राआाहा हााआ क्या बाआआत है कूऊवई दवाई ली है क्या आआआज.मैने उनके होठों पर अपने होंठ रखकर फिर से चुप करवा दिया. देखा दोस्तो आपने ये भाई तो बड़ा हरामी है साले ने मौसा का पत्ता साफ करके मौसी को ही चोद दिया दोस्तो आपके साथ मैं भी देखता हू ये क्या क्या गुल खिलता है ………….
मैं मौसी की चूत में जोरदार लंड डालता गया.और मौसी धीरे से बोलती जा रही थी कि उमाआ म्माअररर ग्ग्ग्गाय्य्यीई आआहह मेरी कचछत्त्त्तत्त प्प्प्प्प्पफ़ात्ट गगायययययीी.आआअरर्र्र्ररर ज्ज्ज्जूऊर सस्स्स्सीए जाआआन फ़ाआद द्डूऊ आआआआज मेर्र्र्ररी चुउउउत.
मौसी शायद भूल गयी थी कि घर में उसका भांजा भी सो रहा है,लेकिन मौसी को क्या पता कि भांजा ही चुदाई कर रहा है उनका. मौसा तो नींद की गोली लेकर सोया हुआ है.मौसी नीचे से उच्छल उच्छल कर मुझसे चुदवा रही थी,इस दौरान मौसी 2 बार झड़ चुकी थी लेकिन मैं अभी झड़ने नही वाला था.
मैने मौसी की 25 मिनट.तक लगातार जोरदार चुदाई कर रहा था.अब मैं थकने लगा था तो मैने मौसी को पकड़कर अपने उपर बिठा लिया और मैं नीचे लेट गया.
मौसी समझ गयी थी कि मैं क्या चाहता हू वो मेरे लंड को पकड़कर अपनी चूत पर सेट करके एक दम से मेरे लंड पर बैठ गयी. और अपना मूह मेरे मूह केपास लाकर मुझे किस करने लगी.और धीरे से बोली कि इतना मज़ा तो सुहागरात को भी नही आया था जान.जितना मज़ा आज आप तुम दे रहे हो.

मौसी जानती थी कि मौसा जी सेक्स करते हुए बोलते नही थे इसलिए उन्हे कोई शक भी नही हो रहा था.मैने मौसी की गांद के नीचे हाथ रखा और उसे उपर नीचे करने लगा जिससे मौसी को इशारा मिल जाए कि मैं क्या चाहता हू.मौसी मेरे लंड पर उपर नीचे होकर चुदाई रही थी .ऐसा लग रहा था कि. मैं मौसी को नही मौसि मुझे चोद रही हो. ऐसे हिलते हुए मौसी की चुचिया बड़ी मस्त लग रही थी.
मैने हाथ बढ़कर मौसी की चुचियो को पकड़ लिया और मौसी को अपनी तरफ खीचा जिससे मैने मौसी को अपने से चिपका लिया और मौसी मेरा लंड अपनी चूत में ले रही थी मैने मौसी की एक चुचि को मूह लेकर चूसने लगा तो मौसी अपनी दूसरी चुचि खुद ही दबाने लगी.ऐसे करते हुए मौसी एक बार और झड़ी. मौसी का पानी मेरे लंड पर आ रहा था मैने अपना हाथ अपने लंड के पास लाकर मौसी की चूत के पानी को च्छुआ तो मेरा हाथ पूरा गीला हो गया.
मैं फिर उस हाथ को अपने मूह के पास लाकर चाटने लगा.मुझे अच्छा लग रहा था. मैने फिर से चूत के पास हाथ रखा तो फिर गीला हो गया इस बार मैने मौसी के मूह के पास उन्ही की चूत का पानी लगा हुआ हाथ ले गया.
पहले तो वो अपना मूह इधर उधर करती रही.फिर मैने उनके बाल पकड़कर अपना हाथ उनके मूह में दे दिया.जिसे उन्होने चाट लिया.मेरी अब थकान मिट चुकी थी.मैने मौसी को नीचे लिटाया और उनकी टाँगो को बेड की साइड में उतार दिया और मैं उनकी टाँगो के पास जाकर खड़ा हो गया.
मैने उनकी गांद के नीचे एक तकिया लगाया जिससे उनकी चूत और उभर गयी.मैने मौसी की एक टाँग अपने कंधे पर रखी जिससे मौसी की चूत और खुल गयी थी.....बाकी अगले भाग में....

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