एक्सामिन हॉल में चोदी चूत को
मेरा तो ध्यान अब पेपर से हट चूका था. मैंने एक हाथ नीचे बेच पर रखा और हिम्मत करके धीरे से उसके थाई पर रख दिया. उसने एकदम से मुझे देखा और बोला – सर देख लेंगे, ऐसे मत करो. पर मेरा हाथ हाथ हटाया नहीं. मैंने बोला, कि डरो मत. कुछ नहीं होगा. और वो चुपचाप बैठ गयी. मैंने अपना हाथ उसकी जांघो पर फेरने लगा और धीरे – धीरे चूत की तरफ ले गया और कैपरी के ऊपर से ही उसे मसलने लगा. उसे बहुत मज़ा आ रहा था और वो बैचेन होने लगी थी. वो अपने हाथ से मेरा हाथ दबा रही थी. अचानक मैंने देखा, कि सर आ रहे थे, तो मैंने अपना हाथ हटा लिया और पेपर करने लगा. कुछ देर बाद मैंने उसका नंबर माँगा और उसने भी दे दिया. उसने मुझे बताया, कि वो पीजी में रहती है और उसका घर गुरदासपुर में है. ख़ैर एग्जाम ख़तम हो गया और हम दोनों अपने – अपने घर चले गए. घर जाकर मैंने उसके नाम की २ बार मुठ मारी, तब जाकर कुछ चैन पड़ा.
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