Pages

Monday, June 8, 2015

बहुत खूब सूरत थी वोह...

बहुत खूब सूरत थी वोह...

दोस्तों! येह कहानी उस वक़्त की है, जब मैं किसी कंपनी में काम करता था, और साल के अंत में कुछ इन्वेस्टमेंट भी करनी होती थी! मेरे एक दोस्त ने मुझे एक महिला एजेंट का मोबाइल नंबर दिया और कहा की यह मुझे अच्चे-अच्चे प्लान बता देगी. अब मैंने एक दिन उस महिला को फ़ोन किया और उससे पालिसी लेने और प्लान्स समझने के लिये घर पर बुला लिया।

No comments:

Post a Comment