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Tuesday, June 30, 2015

बंगलेमें चुदाई

बंगलेमें चुदाई 

मैंने उससे बोला कि में अगर तुम्हारे बूब्स चूसू तो.. क्या तुम को बुरा तो नहीं लगेगा? तो उसने कहा कि में पागल हो जाऊंगी.. प्लीज़ मुझे और मत तरसाओ. तो मैंने कहा कि ठीक है.. में कल तुमसे मिलूँगा और तुम्हारे बूब्स पिऊंगा. फिर हम लोग सो गये और दूसरे दिन में उसको पहले की जगह से हटकर दूसरी जगह पर लेकर गया. उस जगह पर भीड़भाड़ बहुत ही कम रहती है.. और कभी भी उस रोड़ पर इघर उधर से कोई भी गाड़ी नहीं जाती थी.. इसलिए किसी ने हमे देखा भी नहीं.. और रोड एकदम खाली देखकर अनामिका मेरी पीठ से एकदम चिपक कर बैठ गई और मुझे बहुत ही मज़ा आ रहा था. फिर उस रोड़ पर थोड़ा दूर जाने के बाद एक सुनसान सी जगह पर मैंने अपनी बाईक को रोक दिया और मैंने उसको अपनी तरफ खीचकर बाहों में ले लिया.. और धीरे से उसको किस किया.

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