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Friday, June 19, 2015

दीदी की चूची का साथ

दीदी की चूची का साथ 

दीदी का ब्लाउज सामने से गीला था। जिससे उसके निप्पल को मैं साफ महसूस कर पा रहा था। साड़ी अलग करने के बाद दीदी ने अपने ब्लाउज को उतारा। दोस्तो आप तो समझ ही रहे होंगे की मेरी नज़रे कहाँ पर ठहरी थी। ये तो मुझे आपको बताने की ज़रूरत नही होंगी। उसके बाद दीदी ने अपनी ब्रा को पीछे से खोल दिया दोस्तो मैं ठंडी साँसे लेता हुआ पागल हुआ जा रहा था। ओर उसके बूब्स को अपने हाथो से दबाने के लिए मचल रहा था। दीदी ने अपनी ब्रा खोल कर मुझे लेट जाने का इशारा किया। मैं तो जैसे इस इशारे का ही इंतजार कर रहा था।

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