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Friday, August 1, 2014

भोजन भी चोदन भी, Hindi Sex Stories


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मैं जयपुर मैं नया नया ट्रांसफर ले के गया था. बेंक की नौकरी में यह मेरा तीसरा ट्रांसफर था और मैं इस से तंग आ चूका था. जयपुर स्टेशन के करीब ही कुछ दिन एक सस्ते होटल में दिन गुजारने के बाद मैंने होटल के ही एक वेटर की मदद से एक किराये का कमरा ले लिया. यह मकान एक विधवा औरत का था जिसका नाम सुषमा था, मेरी कहानी सुषमा की चूत में लंड देने की ही है. सुषमा वैसे तो ठीक थी लेकिन किराया वसूलने ने में वह बहुत अकडू थी और महिना ख़तम होते ही वह रूम में आ जाती थी. उसकी दो बेटिया थी सुमन और नेहा. सुमन कुछ 14 की थी और नेहा केवल 11 की थी. सुषमा भी भरी जवानी में ही विधवा हो गई थी उसकी उम्र मुश्किल से 35 की होगी. वह गोरी और भरी हुई काया की मालिकिन थी. मैं उसके लिए दिल में कोई बुरा ख़याल नहीं रखता था लेकिन एक दोपहर जो हुआ वह मेरे लंड को उठाने के लिए काफी था.

बेंक होलीडे होने की वजह से मेरी छुट्टी थी और मैंने दोपहर के करीब 1 बजे तक सोया हुआ था. उठ कर मैंने आज मूवी देखने जाने का इरादा बनाया था 3 से 6 के शो में. मैं उठा और टॉयलेट में गया, अभी हगना आधा ही हुआ था की मुझे बाथरूम से आह आह ओह ओह आह…ऐसी आवाजे आ रही थी.


पूरी कहानी पढ़ने के लिये क्लीक कीजिए

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