मेरा नाम सोनू कुमार है, मैं 22 साल का सांवला रंग, मैं दिखने में मध्यम शरीर का हूँ। उस समय मैं दक्षभारत में पढ़ता था और अपने घर बिहार छुट्टियों में आया हुआ था।यह मेरी पहली कहानी है।उस दिन दीदी के यहाँ किसी पूजा में गया था और मैंने सोचा था कि शाम तक लौट आऊँगा। लेकिन पूजा शाम में होने के कारण रुकना पड़ा। पूजा शाम को 7:30 तक खत्म हो चुकी थी तो सब रात के खाने की तैयारी में थे। मेहमानों की संख्या ज्यादा होने के कारण सारे कमरे भरे हुए थे। रात के 9 बज चुके थे और दिन के थकावट के कारण मुझे बहुत नींद आ रही थी तो मैं छत पर चला गया। वहाँ पर एक किनारे में एक बेड लगा था, और मुझे क्या चाहिये था।मैं सोने के लिये लेट गया और मेरी आँख लग गई। दस मिनट बाद जब मेरी नींद खुली तो मेरे बाजू में कोई चादर ओढ़ कर सोया था, मैंने सोचा कि कोई मेहमान होगा। कुछ देर बाद वो मेरे से सट गया और उसकी चादर मेरे शरीर पर आ गई, तो मैंने भी थोड़ी ठंड होने के कारण चादर में आना सही समझा।Erotics Hindi Sex Stories,Adult Hindi Jokes, | kamuk kahaniya | उत्तेजक देसी आंटी भाभी की सेक्स स्टोरी | सेक्सी कहानी | कामुक कथा -गंदे जोक्स | सेक्सी कथा | गान्ड और चूत कहानियाँ | सेक्सी जोक्स | चुटकले |हिन्दी सेक्स स्टोरी | चूत की कहानियाँ |
Wednesday, August 20, 2014
जीजा की बहन, Hindi Sex Storie,
मेरा नाम सोनू कुमार है, मैं 22 साल का सांवला रंग, मैं दिखने में मध्यम शरीर का हूँ। उस समय मैं दक्षभारत में पढ़ता था और अपने घर बिहार छुट्टियों में आया हुआ था।यह मेरी पहली कहानी है।उस दिन दीदी के यहाँ किसी पूजा में गया था और मैंने सोचा था कि शाम तक लौट आऊँगा। लेकिन पूजा शाम में होने के कारण रुकना पड़ा। पूजा शाम को 7:30 तक खत्म हो चुकी थी तो सब रात के खाने की तैयारी में थे। मेहमानों की संख्या ज्यादा होने के कारण सारे कमरे भरे हुए थे। रात के 9 बज चुके थे और दिन के थकावट के कारण मुझे बहुत नींद आ रही थी तो मैं छत पर चला गया। वहाँ पर एक किनारे में एक बेड लगा था, और मुझे क्या चाहिये था।मैं सोने के लिये लेट गया और मेरी आँख लग गई। दस मिनट बाद जब मेरी नींद खुली तो मेरे बाजू में कोई चादर ओढ़ कर सोया था, मैंने सोचा कि कोई मेहमान होगा। कुछ देर बाद वो मेरे से सट गया और उसकी चादर मेरे शरीर पर आ गई, तो मैंने भी थोड़ी ठंड होने के कारण चादर में आना सही समझा।
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