नयी साथी की तलाश थी
हाय दोस्तो !
सबसे पहले तो मैं यौनसुख का धन्यवाद करना चाहता हूँ मेरी नियमित रूप से कहानी छापने के लिये !
मैं कहानियाँ लिखता भी रहा हूँ और पढ़ता भी रहा हूँ पर नेहा वर्मा की कहानी मुझे बहुत अच्छी लगती है।
मैंने अपको अपनी पिछली कहानी ‘लव स्टोरी में बताया कि किस तरह से उस लड़की ने मुझे मिलने के लिये तड़पाया और मुझे बाद में छोड़ के भी चली गई उसे भुला तो मैं नहीं पाया था लेकिन जिन्दगी जीना सिखा ही देती है।उसके बाद मैं कई दिनों तक बेचैन रहा और किसी को पाना चाहता था। ऐसे में मेरे एक दोस्त ने मुझे बताया कि आजकल तो लडकियाँ पैसे देकर करवाती हैं और तू ऐसे तड़प रहा है !तो मैं उसके सुझाव को सही मान कर उसकी बातों में आ गया और लौट गया मस्ती की दुनिया में फिर से !
उसने मुझे एक शादीशुदा अमीरजादी का नम्बर दिया जो पैसे देकर करवाती थी। मैंने भी हिम्मत कर के उससे फोन पे बात की। उसने मुझे अपने घर पर मौज-मस्ती के लिये बुला लिया। वो दिल्ली के एकदम पॉश इलाके में रहती थी, शानदार गाड़ी उसके घर के बाहर देख कर मैंने सोचा कि बहुत ही मालदार और सेक्सी होगी।
खैर मालदार तो थी लेकिन सेक्सी के नाम पर धब्बा ! देखने में एकदम लटकी हुई काया उसकी ! मेरा तो मुंह जैसे एकदम से उतर ही गया।
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