सेक्सी शब्बो भाबी के गांड मारने की मज़ा,देसी सेक्स स्टोरी
दोपहर हो चली थी, शब्बो ने खेत में काम करने गए अपने देवर सलीम के लिए खाना बांधा ओर अपनी बेटी कहकशाँ को आवाज़ दीशब्बो- बेटी कहकशाँ, जा तू खेत में अपने चाचू को खाना दे आ!कहकशाँ- नहीं जाऊँगी… मुझे अभी हुसैना के घर जाना है।बाहर शब्बो का शराबी और जाहिल शौहर आलम मियाँ अभी तक चारपाई पे बैठा हुक्का गुड़गुड़ा रहा था।शब्बो ने सोचा कि वो उसे ही कह देगी भाई का खाना देकर आने को!शब्बो खाना बांध कर बाहर लाई और अपने मिंया से बोली- जाओ सलीम को खाना दे आओ!यह सुनते ही आलम-मियाँ भड़क गए- साली, माँ की लौड़ी, मुझे बोल रही है? तेरे बाप का नौकर हूँ मादरचोदी?
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